10+ मेरठ में घूमने की जगह | Places to Visit in Meerut
आज के लेख में जिस खास शहर के पर्यटन स्थलों की चर्चा करने जा रहे हैं वह है उत्तर प्रदेश राज्य का मेरठ जिला दोस्तों घर में बैठे बैठें ऊब चुके हैं और साप्ताहिक अवकाश में घूमने की सोच रहे हैं तो मेरठ में घूमने का प्लान बना सकते हैं। मेरठ ऐसा शहर है जिसका इतिहास रामायण और महाभारत काल से जुड़ा हुआ है। आज भी मेरठ के हस्तिनापुर में महाभारत काल के अवशेष देखने को मिलते हैं। मेरठ को रावण के ससुराल के रुप में जाना जाता है। आर्टिकल में मेरठ में घूमने की जगह (Places to Visit in Meerut) के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं।
तेजी से विकसित की ओर अग्रसर शहर में ऐतिहासिक और पौराणिक पर्यटन स्थलों का बोलबाला है। मेरठ का बाबा औघड़नाथ मंदिर और हस्तिनापुर की अलग पहचान है। मेरठ भारत का वह शहर है जहां 1857 में आजादी की लड़ाई का पहला शंखनाद हुआ था।
मेरठ में घूमने की जगह | Places to Visit in Meerut
मेरठ के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी
- दिल्ली NCR के अंतर्गत आने वाला मेरठ शहर को उत्तर प्रदेश की खेल नगरी के रूप में भी जाना जाता है। शहर में स्पोर्ट्स से संबंधित वस्तुएं बडी संख्या में निर्मित की जाती हैं। मेरठ में क्रिकेट बैट बड़ी संख्या में बनाए जाते हैं। कई भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी मेरठ में बने बैट का इस्तेमाल करते हैं। आभूषणों के लिए मेरठ का सराफा बाजार पूरे उत्तर प्रदेश में लोकप्रिय है।
- स्पोर्ट राजधानी के साथ ही मेरठ में बडी संख्या में संगीत उपकरणों को बनाया जाता है जैसे तबला, बांसुरी, वायलिन, गिटार, पियानो, हारमोनियम प्रमुख है।
- भारत के अन्य शहरों की तरह विकसित हो रहा मेरठ शहर किसी भी मामले में काम नही है। शहर में बड़ी संख्या में उद्योग कारखाने मेरठ की पहचान बन गए हैं। कैंची का निर्माण बड़ी संख्या में देखने को मिलता है।
- मेरठ शहर में सबसे ज्यादा हिंदू समुदाय के लोग निवास करते है जो मेरठ की जनसंख्या का 61% है वही दूसरी 36% आबादी के साथ इस्लाम धर्म को मानने वाले लोग निवास करते हैं बाकी मेरठ में बौद्ध, जैन, ईसाई धर्म के लोग निवास करते हैं।
- मौर्य साम्राज्य के शासनकाल के दौरान मेरठ में सम्राट अशोक के समय बौद्ध का काफी प्रभाव देखने को मिलता है। भारत में ईस्ट इंडिया कंपनी का प्रभाव होने के बाद 1803 में ईस्ट इंडिया कंपनी ने मेरठ में अपना आधिपत्य कायम करने के बाद मेरठ कैंट का निर्माण किया जो वर्तमान में कानपुर छावनी के बाद भारत की दूसरी पुरानी छावनी मानी जाती है।
- भारत की आजादी का पहला कदम 1857 की क्रांति की शुरूवात मेरठ से ही हुई थी। और महात्मा गांधी के नेतृत्व में पहली बार दिल्ली चलो का नारा मेरठ से ही शुरू किया गया।
- भारत की महान खिलाड़ी भुवनेश्वर कुमार, प्रवीण कुमार अभिनेता बोनी कपूर, गायक कैलाश खेर, अभिनेत्री मंदाकिनी और धारावाहिक रामायण में राम का किरदार निभाने वाले अभिनेता अरुण गोविल का जन्म मेरठ में ही हुआ है।
1. बाबा औघड़नाथ मंदिर (Aughadnath Shiva Temple)
बाबा औघड़नाथ मंदिर अपनी धार्मिकता के साथ भारत की आजादी की क्रांति का परिचायक है। भगवान भोलेनाथ को समर्पित मंदिर में ही 10 मई 1857 की क्रांति की शुरूवात हुई थी। बाबा औघड़नाथ मंदिर मेरठ का सुप्रसिद्ध मंदिर है आसपास के क्षेत्र में मंदिर की ख्याति फैली हुई है। बुजुर्ग लोगों का मत है की मंदिर में स्थापित शिवलिंग स्वयंभू है जिसे किसी भी मूर्तिकार ने नही बनाया बल्कि शिवलिंग स्वयं जमीन से निकला था। प्राचीन मंदिर का जीर्णोद्वार गुजरमल मोदी ने करवाया था। इस मंदिर को काली पलटन नाम से भी लोग जानते हैं। शिवरात्रि पर भक्तो की बहुत भीड़ लगती है। भक्त कावड़ लेकर जाते हैं और शिवलिंग पर जल अर्पित करते हैं।
2. विक्टोरिया पार्क
विक्टोरिया पार्क एक ऐतिहासिक पार्क है। आजादी के संघर्ष की दस्ता प्रस्तुत करता पार्क पिकनिक दृष्टी और शाम के वक्त समय व्यतीत करने के लिए आदर्श है। भारत की आजादी के लिए 1857 की क्रांति के दौरान अंग्रेजों ने क्रांतकारियों को कैद करने के लिए इसी जगह पर अस्थाई कारागार का निर्माण करवाया था। लेकिन वर्तमान में इसे पार्क के रूप में विकसित किया गया। पार्क के अंदर दूर तक फैले मैदान में रणजी के खेलों का भी आयोजन समय समय पर किया जाता है।
3. बाबा बिल्लबेश्वर महादेव मंदिर
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार कहा जाता है मेरठ शहर को रावण का ससुराल माना जाता है। रावण की पत्नी मंदोदरी इसी सिद्ध पीठ पर पूजा करने के लिए आती थी जिसकी वजह से मंदिर की गरिमा और बढ़ जाती है।
4. फैंटेसी वर्ल्ड
गर्मियों की छुट्टियों में मनोरंजन करने के लिए फैंटेसी वर्ल्ड बेहतरीन वाटरपार्क है। परिवार और दोस्तों के साथ घूमने का यादगार अनुभव प्राप्त किया जा सकता है। गर्मियों के मौसम में जब चिलचिलाती धूप होती है उस समय यह पार्क लोगों से भरा हुआ रहता है। पार्क में लोग पानी में मस्ती करते हुए समय व्यतीत करते हैं। चारों तरफ फब्बारे और स्विमिंग पुल में पानी के खेलों का आनंद लें सकते हैं।
Fantacy World Timing : वाटरपार्क सुबह 10:30 बजे से शाम 06:30 तक खुला रहता है।
5. सेंट जॉन चर्च
सेंट जॉन चर्च मेरठ का ऐतिहासिक चर्च है जिसका निर्माण 1819 में ईस्ट इंडिया कंपनी के अधिकारी चेपलिन रेव हेनरी फिशर के द्वारा बनवाया गया था। सेंट जॉन चर्च आजादी की लड़ाई का गवाह है इसी चर्च में क्रांतिकारियों और अंग्रेजों के बीच लड़ाई भी हुई थी। सेंट जॉन चर्च मेरठ का पुराना चर्च है जहां एक साथ तीन हज़ार लोग बैठकर प्रार्थना और ध्यान लगा सकते हैं। चर्च के चारो ओर फैली हरियाली शानदार परिदृश्य प्रदान करता है।
6. सूरजकुंड पार्क
सूरजकुंड पार्क एक बहुत ही खूबसूरत पार्क है जो हरियाली से भरे फूल पौधों के बीच घूमने और मनोरंजन करने के लिए बनाया गया है। सूरजकुंड का निर्माण 1714 में लवर जवाहर लाल नामक व्यापारी ने करवाया था। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार कर्ण ने इसी कुंड में भगवान सूर्य को अपने कवच कुंडल अर्पित किया था। सूरजकुंड में पिकनिक का मजा लेने के लिए बड़ी संख्या में लोग रोजाना घूमने के लिए आते हैं। सूरजकुंड पार्क का हरा भरा वातावरण व्यायाम, कसरत, मॉर्निग वॉक और शहर की भीड़भाड़ से दूर एकाग्र होने के लिए आदर्श पार्क है।
पार्क की लोकेशन : सूरजकुंड पार्क मेरठ में गांधी नगर कॉलोनी में स्थित है।
7. गांधी बाग
शहर की चकाचौंध से दूर गांधी बाग परिवार और दोस्तों के साथ शांति से समय व्यतीत करने के लिए आदर्श बाग है। छोटे बच्चों के खेलने और मनोरंजन करने के लिए बाग में कई तरह के झूले और खेल के उपकरण लगाए गए हैं। वैसे बता दें गांधी बाग कपल्स के घूमने लायक बढ़िया बाग है। बहुत से युवा युवती पार्क में घूमने के लिए जाते हैं। पार्क के अंदर खेलने के लिए क्रिकेट ग्राउंड भी है जहां क्रिकेट प्रेमी मैच खेलते हुए दिख जाएंगे यदि क्रिकेट खेलने के शौखिन है तो खेल का आनंद ले सकते हैं। गांधी बाग में मनोरंजन करने के लिए बहुत कुछ है जिसमें Water Fall, पुराना कुआं, Musical फाउंटेन, टेराकोटा पार्क है। गांधी बाग में हर शाम को होने वाली संगीतमय फब्बारे के लिए लोकप्रिय है। बाग का हरा भरा वातावरण लोगों को आकर्षित करने योग्य है। गांधी बाग सप्ताह के सभी दिन सुबह 7 बजे से 8 बजे तक खुला रहता है।
8. द्रौपदी की रसोई
द्रौपदी की रसोई मेरठ का पौराणिक स्थल है कहते हैं इसी जगह पर द्रौपदी ने पांडवों के लिए भोजन पकाया था। हस्तिनापुर में गंगा नदी के तट पर स्थित द्रौपदी रसोई लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र है।
9. शहीद स्मारक
1857 की क्रांति में आजादी की पहली लड़ाई में अपनी जान को न्योछावर करने वाले क्रांतिकारियों की याद में बनाया गया शहीद स्मारक देश भक्ति की याद दिलाता है। कंपनी बाग के नजदीक शहीद स्मारक में राष्ट्रीय अवकाश के दौरान कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। पार्क में स्थापित स्वतंत्रता सेनानी मंगल पांडेय की मूर्ती उनके पराक्रम को दर्शाती हैं। शहीद स्मारक में राजकीय स्वतंत्रता संग्रहालय का भी निर्माण किया गया है। संग्रहालय में देश की आज़ादी से जुड़े महत्वपूर्ण दस्तावेजों को संरक्षित करके रखा गया है। संग्रहालय में की गैलरी में लगी क्रांतिकारियों की फ़ोटो आज़ादी के संघर्ष की दस्ता प्रस्तुत करती हैं। सोमवार को संग्रहालय बंद रहता है।
10. हस्तिनापुर
मेरठ जिले के अंतर्गत आने वाली जगह हस्तिनापुर एक पौराणिक जगह जिसका संबंध रामायण और महाभारत काल से जुड़ा हुआ है। हस्तिनापुर कई हिंदू देवी देवताओं के मंदिरों का नगर है। प्राकृति की गोद में बसा हस्तिनापुर अस्तपाद मंदिर, कर्ण मंदिर, द्रोपदेश्वर मंदिर जैसे प्रमुख मंदिर है। हस्तिनापुर के मंदिरों में महाभारत काल से जुड़े सभी पत्रों के बारे में जानकारी हासिल की जा सकती है। हिंदू मंदिरों के साथ श्वेतांबर और दिगंबर जैन मंदिरों को भी देखा जा सकता है। मेरठ शहर में घूमने गए लोग हस्तिनापुर में मंदिरों के दर्शन करने के लिए जाते हैं। हस्तिनापुर मेरठ मुख्य शहर से 40 किमी की दूरी पर पड़ता है।
मेरठ के आसपास घूमने की जगह (Tourist Places Near Meerut Within 50 Km)
- हस्तिनापुर वन्य जीव अभयारण्य - 18 किमी
- गढ़मुक्तेश्वर घाट, हिंदू धार्मिक स्थल - 47 किमी
- सरधना, ऐतिहासिक पर्यटन स्थल - 37 किमी
- बरनावा, महाभारत काल के अवशेष - 30 किमी
मेरठ के शैक्षणिक संस्थान
- चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय
- सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय
- स्वामी विवेकानंद विश्वविद्यालय
- लाला लाजपत राय स्मारक चिकित्सा महाविद्यालय
- सुभारती विश्वविद्यालय
- आई आई एम टी (IIMT)
मेरठ के पर्यटन स्थलों का लुफ्त उठाने के लिए खास मौसम
मेरठ के पर्यटन स्थलों में घूमने लायक सबसे अनुकूल मौसम सर्दियों में अक्टूबर से दिसंबर तक रहता है। इस समय में मेरठ का तापमान और घूमने के लिए आरामदायक रहता है। वही गर्मियों के अधिक गर्मी होने के कारण बचना चाहिए। यदि मेरठ में मेला देखने का शौक रखते हैं तो चैत्र की नवरात्रि में एक महीने तक लगने वाले नौचंडी मेले में घूमने के लिए जा सकते हैं। नौचंडी मेले का आयोजन चंडी देवी मंदिर के उपलक्ष्य में किया जाता है। नौचंडी मेला हिंदू मुस्लिम एकता की मिशाल है। मेले में बड़ी संख्या में सभी धर्मो के लोग जाते हैं।
मेरठ कैसे पहुंचे जाने का आसान माध्यम और तरीका
मेरठ शहर तक पहुंचने के के लिए बहुत आसान है। दिल्ली से मेरठ पहुंचने के लिए ट्रेन और सड़क मार्ग असम है।
ट्रेन द्वारा मेरठ पहुंचने का आसान माध्यम
ट्रेन के माध्यम से मेरठ जाना चाहते हैं तो दिल्ली से सीधा मेरठ के लिए रेलमार्ग बना हुआ है। शहर में मेरठ कैंट और मेरठ नगर जंक्शन रेलवे स्टेशन बनाए गए हैं। दिल्ली से पैसेंजर ट्रेन और एक्सप्रेस ट्रेन बडी संख्या में संचालित की जाती हैं। कानपुर, दिल्ली, आगरा, लखनऊ से सीधा मेरठ पहुंचा जा सकता है।
सड़क मार्ग द्वारा
निजी वाहन द्वारा मेरठ का सफर तय करना चाहते हैं तो दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। करीब 7855 करोड़ की लागत में बना एक्सप्रेस वे जिसे 2015 में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने उद्घाटन किया था। दिल्ली से 90 कम का रास्ता एक्सप्रेस मार्ग द्वारा आसान बनाता है। दिल्ली से बस द्वारा पहुंचने के लिए आनंद बिहार टर्मिनल या फिर नोएडा सिटी सेंटर से बस द्वारा पहुंचा जा सकता है। अभी दिल्ली से मेरठ तक मेट्रो का काम चल रहता है जो करीब 82 किमी का सफ़र तय करेगी जो मोदीपुरम तक चलेगी।
क्या हवाई जहाज से मेरठ पहुंचा जा सकता है?
भारत के दूसरे शहरों से मेरठ पहुंचना चाहते हैं तो सबसे नज़दीक एयरपोर्ट दिल्ली का इंदिरा गांधी अंतराष्ट्रीय हवाई आधा है। फ्लाइट द्वारा दिल्ली पहुंचकर सड़क मार्ग के द्वारा मेरठ पहुंच सकते हैं। वैसे मेरठ में भीमराव अंबेडकर घरेलू हवाई अड्डा निर्माणाधीन है जल्दी ही मेरठ के लिए सीधा हवाई मार्ग जुड़ जायेगा।
मेरठ में खरीदारी करने के लिए जगह
मेरठ में शॉपिंग करने के लिए सबसे बड़ा Shopprix Mall है। मॉल में कपड़े, फुटवियर, इलेक्ट्रॉनिक्स का ब्रांडेड समान खरीद सकते है। मॉल में नामी कंपनियों के शोरूम बने हुए हैं। बाइक या कार लेकर कभी भी जा सकते हैं। खरीदारी करने के साथ मनोरंजन करने के लिए सिनेमा भी देख सकते हैं। वाहन पार्क करने के लिए बेहतरीन पार्किंग की सुविधा भी उपलब्ध है। इसके अलावा मेरठ में कई छोटे छोटे शॉपिंग मॉल है जिनमें पीवीएस मॉल प्रमुख है।
मेरठ की यात्रा में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न : FAQ on Places to Visit in Meerut
1. मेरठ किसके लिए प्रसिद्ध है?
मेरठ शहर खेल उपकरणों के निर्माण के लिए प्रसिद्ध है। मेरठ में बड़ी संख्या में क्रिकेट बैट, गेंद, और स्पोर्ट संबंधित उपकरण तैयार किए जाते हैं जिसकी वजह से मेरठ को स्पोर्ट राजधानी का दर्जा हासिल है साथ ही मेरठ कैंची उत्पादन के लिए जाना जाता है। शहर में स्थित छोटे लघु उद्योग कैंची का निर्माण करते हैं। मेरठ में बनी कैंची की धार की अलग ही पहचान है।
2. मेरठ में स्पोर्ट्स मार्केट कहां लगती हैं?
मेरठ में स्पोर्ट्स मार्केट सूरजकुंड बाग के नजदीक लगती है। मेरठ की स्पोर्ट्स मार्केट भारत की सबसे बड़ी बाज़ार है। जहां क्रिकेट बैट बड़ी संख्या में निर्मित किए जाते हैं। मेरठ में बने बैट उत्तम गुणवत्ता के होते जिन्हें दूसरे देशों में भी निर्यात किया जाता है।