15+अहमदाबाद में घूमने की जगह:Ahmedabad Me Ghumne Ki Jagah
साबरमती नदी के तट पर बसा भारत का मेनचेस्टर कहा जाने वाला शहर अहमदाबाद गुजरात का पहला और भारत का पांचवा सबसे बड़ा शहर है। औधोगिक दृष्टी से अहमदाबाद गुजरात का सबसे महत्त्वपूर्ण शहर है। शहर के बीच से निकलती साबरमती नदी अहमदाबाद शहर को पूर्वी और पश्चिमी भाग में विभाजित करती है। पूर्वी क्षेत्र जिसमे अधिकांश ऐतिहासिक स्थलों की झलक देखने को मिलती है वही पश्चिमी भाग आधुनिक विकास और चहल पहल से नजर आता है। हम आर्टिकल के माध्यम से अहमदाबाद में घूमने की जगह (Ahmedabad Me Ghumne Ki Jagah) के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं जो लोग अहमदाबाद शहर में घूमने की इच्छा रखते हैं उन्हें लेख को ध्यान से जरूर पढ़ना चाहिए।
गुजरात की राजधानी गांधीनगर से पहले अहमदाबाद 1970 के समय गुजरात की राजधानी हुआ करता था। विश्व विरासत शहर में घूमने की दृष्टी से ऐतिहासिक और प्राकृतिक स्थलों का समावेश देखने को मिलता है। लोकप्रिय स्थलों में साबरमती आश्रम गांधी जी द्वारा भारत की आज़ादी के लिए किए गए आंदोलन की गाथा प्रस्तुत करता है।
अहमदाबाद में घूमने की जगह | Ahmedabad Me Ghumne Ki Jagah
अहमदाबाद शहर की महत्वपूर्ण जानकारी
- अहमदाबाद शहर में प्राचीनकाल के दौरान सबसे पहले भील जनजाति का अधिपत्य कायम था। आशा भील शासन करने वाले पहले राजा थे और उन्होंने आशावल साम्राज्य का विस्तार किया।
- अहमदाबाद शहर भारत की आज़ादी में आंदोलन का मुख्य केंद्र था। शहर में स्थित साबरमती आश्रम जिसकी स्थापना गांधी जी ने 1915 में की थी और इसी आश्रम से उन्होंने कई आंदोलन की शुरुआत की, साबरमती आश्रम भारत की आज़ादी हेतु रणनीति बनाने और बैठक के लिए केंद्र बिंदु था।
- अहमदाबाद गुजरात राज्य का मुख्य औधोगिक और आर्थिक शहर है जहां बड़ी संख्या में कारखाने और फैक्ट्रियां स्थापित है। शहर ज्यादातर सूती वस्त्र उद्योग के लिए भी जाना जाता है।
1. साइंस सिटी अहमदाबाद (Science City)
साइंस सिटी अहमदाबाद में सबसे ज्यादा घूमे जाने वाली जगहों में से एक है। साइंस सिटी के अंदर एक्वाटिक गैलरी, रोबोटिक गैलरी, Mission to Mars Ride, Earthquake Ride, 4D थिएटर, कोयले की खद्दान, और 1VR राइड जैसे मनोरंजन करने के साधन उपलब्ध हैं। साइंस सिटी सेंटर पूरे एक दिन के घूमने के लिए जगह है जिसे एक दिन में अच्छे से घूम सकते हैं। अहमदाबाद का मनोरंजन स्थल सभी छोटे बच्चों से लेकर बड़ी उम्र के लोगों के लिए महत्त्वपूर्ण है। एक्वाटिक गैलरी में बनी जलीय जीव जंतुओं की दुनियां जिसे देखकर सुखद ऐहसास होता है। एक्वाटिक गैलरी में अनेकों प्रजाति की मछलियां जलीय जीव को देखने का मौका मिलता है।
Science City Timing : साइंस सिटी सुबह 10 बजे से शाम 7 बजे के बीच खुला रहता है।
2. गांधी आश्रम
गांधी आश्रम अहमदाबाद के साथ पूरे भारत में लोकप्रिय है। 300 एकड़ के क्षेत्र में फैला आश्रम साबरमती के तट पर स्थित है जिसके कारण लोग इसे साबरमती आश्रम के नाम से भी जानते हैं। आश्रम का निर्माण 1917 में भारत के राष्ट्रपिता मोहनदास करमचंद गांधी ने करवाया था। इसी आश्रम से गांधी जी को महात्मा की उपाधि दी गई थी। महात्मा गांधी साबरमती आश्रम में 1918 से 1930 के बीच निवास किया था। साबरमती आश्रम गांधी जी का प्रिय आश्रम था। 1930 में गांधी जी ने साबरमती आश्रम से ही डांडी यात्रा की शुरुआत की थी। आश्रम में उपासना मंदिर, कस्तूरबा बाई का कमरा, प्राचीन रसोई, गांधी स्मारक, गांधी जी का चरखा और खादी से बने वस्त्र देखने को मिलते हैं। आश्रम में गांधी जी के जीवन और भारत में हुए आजादी के लिए आन्दोलन से जुड़ी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। गांधी जी के आदर्शों पर चलने वाले लोग गांधी आश्रम में जरूर जाते हैं। आश्रम में घूमना बिलकुल फ्री है।
3. साबरमती रिवर फ्रंट
साबरमती रिवर फ्रंट साबरमती के तट पर 11.5 किमी किनारे पर बना स्थानीय आकर्षण है। नदी के किनारे विकसित रिवर फ्रंट पर्यावरण को सुरक्षित रखने की अनोखी मुहीम है। साबरमती नदी के बीच में बना 980 फीट लंबा और 42 फिट चौड़ा अटल सेतु लोगों का कीमती समय व्यतीत करने के लिए उत्तम जगह है। नदी के किनारे शाम को जगमग लाईट की रोशनी में घूमने का एक अलग ही अनुभव मिलता है। नदी के किनारे नाव में बैठकर आनंद उठा सकते हैं।
4. कार संग्रहालय (Auto World Vintage Car Museum)
कार संग्रहालय अनोखी और तरह तरह की पुरानी एंटीक कारों का संग्रहालय है। संग्रहालय में 100 से ज्यादा कार को संग्रह करके रखा गया है। कार प्रेमियों के लिए यह संग्रहालय किसी सपने से कम नहीं हैं। संग्रहालय का निर्माण श्री प्राणलाल बोगी लाल पटेल जी के द्वारा करवाया गया है। संग्रहालय में 1930 के पहले पुराने जमाने की मर्सिडीज, रॉल्स रॉयस, ऑस्टिन, बेंटले, जगुआर जैसी पुरानी कारें देखने को मिलती हैं। कारों की प्रदर्शनी देखने के साथ टिकट शुल्क देकर कार को ड्राइव करके भी अपना सपना पूरा कर सकते हैं। ऑटो वर्ल्ड विंटेज कार संग्रहालय को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड का दर्जा हासिल है। कार संग्रहालय के साथ प्राकृतिक वातावरण में कीमती समय गुजारने के लिए अनुकूल है।
5. कंकरिया झील
कंकरिया झील अहमदाबाद शहर का प्राकृतिक आकर्षण है। मानव निर्मित कांकरिया झील का निर्माण 1451 ई. में कुतुबुद्दीन ऐबक ने करवाया था। कंकरिया झील में कीमती समय व्यतीत करने और झील में नाव की सवारी का आनंद उठाने के लिए पर्यटक जाते है। झील के मध्य में स्थित नगीना वाड़ी महल लोगों को आकर्षित करता है। झील के किनारे बच्चों के खेलने लायक टॉय ट्रेन, झूले बने हुए हैं। कंकरिया झील में प्रत्येक वर्ष दिसंबर माह में अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉरपोरेशन द्वारा कंकरिया कार्निवाल महोत्सव मनाया जाता है जो पांच दिन तक चलता है। महोत्सव के समय पांचों दिन तरह तरह के संस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। महोत्सव के समय कंकरिया झील में घूमना बिलकुल फ्री रहता है। सप्ताह के अंत में कांकरिया झील एक आदर्श जगह है। यह झील अहमदाबाद से 5 किमी दूर पड़ती है।
6. कमला नेहरू चिड़ियाघर कंकरिया
कमला नेहरू प्राणी उद्यान अहमदाबाद में पिकनिक स्पॉट की महत्त्वपूर्ण जगह है। यह चिड़ियाघर कंकरिया झील के पास पड़ता है। पशु प्रेमी लोगों के लिए यह प्राणी उद्यान सबसे ज्यादा पसंद आएगा। लोग इस जू को कंकरिया जू के नाम से भी जानते हैं। चिड़ियाघर के अंदर ज्यादातर सभी तरह के जीव जंतुओं को देखने का मौका मिलता है। उद्यान में हिरण, भारतीय हाथी, ईमू, बाघ, ऑस्ट्रेलिया का मेमू, नील गाय, भालू, सफ़ेद बाघ, तेंदुआ, बब्बर शेर जैसे जानवरों को देखा जा सकता है। चिड़ियाघर के अन्य हिस्से में जलीय जीव घड़ियाल, मगरमच्छ, कछुआ, बड़ी संख्या में देखने को मिलते है। कमला नेहरू चिड़ियाघर का भ्रमण करने के लिए एक दिन समय निकाल कर जाएं जिसमें कंकरिया झील और प्राणी उद्यान का भ्रमण अच्छे से कर पाएंगे।
7. हाथीसिंह जैन मंदिर (Hutheesing Jain Temple)
सफेद संगमरमर से निर्मित हाथीसिंह जैन मंदिर अहमदाबाद में शाही बाग क्षेत्र में बना श्वेतांबर जैन धर्म के लोगों का पवित्र तीर्थ स्थल है। मंदिर का निर्माण सेठ हटी सिंह केसरी ने करवाया था। हटी सिंह केसरी प्रेमा भाई के दामाद थे जो नगर सेठ के नाम से जानें जाते थे। हाथीसिंह मंदिर जैन धर्म के 15वे तीर्थकर धर्मनाथ जी को समर्पित है। मंदिर परिसर में लगा कीर्ति स्तंभ देखने योग्य है। मंदिर की दीवारों पर अलंकृत जटिल नक्काशी अद्वितीय है। मंदिर की दीवारों पर जैन धर्म के सभी तीर्थंकरों की मूर्तियां अलंकृत की गई है।
8. नरेंद्र मोदी क्रिक्रेट स्टेडियम
नरेंद्र मोदी क्रिक्रेट स्टेडियम अहमदाबाद में सरदार वल्लभ भाई पटेल स्पोर्ट्स एनक्लेव के अंदर स्थित दुनियां का सबसे बड़ा क्रिकेट खेल का मैदान है। 1983 में निर्मित खेल के मैदान को पहले मोटेरा क्रिक्रेट स्टेडियम के नाम से भी जाना जाता था। स्टेडियम में 132000 लोगों को बैठने की सुविधा उपलब्ध है। फरबरी 2021 को स्टेडियम का नाम बदलकर नरेंद्र मोदी क्रिक्रेट स्टेडियम रख दिया गया था। क्रिक्रेट स्टेडियम में खेल मैच के दौरान जाने की अनुमति रहती है। बाकी इसे बाहर से देखा जा सकता है।
9. इस्कॉन मंदिर
आध्यात्मिकता की तलाश में घूमने वाले लोगों के लिए इस्कॉन मंदिर भगवान का ध्यान लगाने के लिए एक आदर्श पवित्र धार्मिक स्थल है। मंदिर में राधा कृष्ण की मूर्ति आकर्षण का केंद्र है। इस्कॉन मंदिर की वास्तुशैली आकर्षण है। मंदिर की दीवारों और छतों पर अलंकृत डिजाइन देखने योग्य है। गोलाकार स्तंभों को बहुत ही कुशल कारीगरों द्वारा बनाया गया है। मंदिर के मुख्य गुम्बद में भगवान श्री कृष्ण के जीवन की लीलाओं को चित्रण के माध्यम से दर्शाया गया है जो अद्भुत झांकी प्रस्तुत करता है। मंदिर के अंदर प्रवेश करते ही एक आत्म शांति का अनुभव मन में जाग्रत हो जाता है। हरे रामा हरे कृष्णा जैसे गानों की गूंज से मंदिर का वातावरण भक्तिमय से लीन रहता है।
10. मनियर वंडरलैंड अहमदाबाद (Maniar Wonderland Snowpark)
मनियर वंडरलैंड अहमदाबाद की सबसे आकर्षक जगह है। यहां पर पर्यटक आकर प्राक्रतिक रूप से बर्फ का आनंद उठा सकते हैं। वंडरलैंड में क्रतिम रूप से पहाड़ो जैसी गिरती हुई बर्फ को निर्मित किया जाता है। यदि आप शिमला या मनाली की बर्फीली वादियों में नहीं गए तो गिरती हुई बर्फबारी का मजा लेने के लिए यहां जरूर जाना चाहिए। यह जगह परिवार और बच्चों के साथ घूमने के लिए सबसे आदर्श है। गिरती हुई बर्फ को अपने हाथों में महसूस कर सकते हैं। बर्फ में मनोरंजक खेलों का आनंद उठा सकते हैं। ठंडक भरे माहौल के आलावा पार्क के दूसरे भाग में स्पोर्ट एक्टिविटी भी कर सकते हैं। वंडरलैंड पार्क में जिपलाइन, फ्लाइंग फॉक्स, कार ड्राइविंग, का आनंद उठा सकते हैं। गर्मियों के मौसम में यह जगह सबसे ज्यादा लोगों द्वारा विजिट की जाती है।
11. भद्रा किला (Bhadra Fort)
गौरांवित इतिहास की झलक प्रस्तुत करता भद्रा किला अहमदाबाद का ऐतिहासिक किला है जिसका निर्माण मराठा शासनकाल के अंतर्गत किया गया था। भद्रा का शाब्दिक अर्थ होता है सबसे अच्छा, प्रारंभ यह किला राजा महाराजाओं का निवास स्थल हुआ करता था। भद्रा किला के अंदर स्थित भद्र काली मंदिर स्थानीय लोगों की आस्था का प्रतीक है। माता काली के दर्शन करने के लिए लोगों की बहुत ज्यादा भीड़ लगती है।
12. सिद्दी सैय्यद मस्जिद या जाली
सिद्दी सईद मस्ज़िद 1572 ई. में गुजरात के अंतिम मुगल शासक सुल्तान मुजफ्फर शाह III के शासनकाल में बनी ऐतिहासिक मस्ज़िद है जिसका निर्माण एक एबिसिनियन सिद्दी सैय्यद द्वारा करवाया गया था। मस्ज़िद अपनी अद्भुत वास्तुशैली कलात्मक पत्थर की जालियों द्वारा बनी नक्काशी का शानदार चित्रण प्रस्तुत करती है। सिद्दी सईद एक लोकप्रिय अमीर महापुरुष थे जो गरीबों की मदद करते थे। मूल रूप से वह हबशाह इथियोपिया के रहने वाले थे। समाज का कल्याण करते हुए इथियोपिया से यमन होते हुए भारत में शरण ली और गुजरात पहुंचकर सुल्तान नासिर उद दीन महमूद तृतीय की सेवा में लग गए।
13. अदालाज स्टेपवेल
अदालाज़ स्टेपवेल प्राचीन ऐतिहासिक कुआं है। कुंआ का निर्माण राजा बीर सिंह की पत्नी रुद्रा ने 1555 ई. में पानी की आपूर्ति के लिए करवाया था। ऐतिहासिक धरोहर में हिंदू और मुगल वास्तुशैली दोनों का मिला जुला रूप देखने को मिलता है। 5 मंजिला बावड़ी प्राचीन कारीगरी का बेहतरीन नमूना है। बावड़ी के प्रत्येक मंजिल में हिंदू धर्म की संस्कृति का चित्रण देखने को मिलता है। बावड़ी में राजा की कुलदेवी बागेश्वरी अम्बा जी का मंदिर स्थापित है। माता बागेश्वरी अम्बा स्थानीय लोगों की आस्था का प्रतीक है गांव और क्षेत्र में वैवाहिक कार्यक्रम की शुरुआत माता के दर्शन और पूजन से प्रारंभ होते हैं। चारों ओर गार्डेन और हरियाली से परिपूर्ण स्थल लोगों को सुखद ऐहसास कराता है। पर्यटक कुएं को देखने के लिए दोस्तों और परिवार के साथ घूमने जा सकते हैं और पिकनिक का भरपूर आनंद उठा सकते हैं। यह प्राचीन कुआं अहमदाबाद शहर से 19 किमी दूर पड़ता है।
14. अक्षरधाम मंदिर गांधीनगर
अक्षरधाम मंदिर भगवान स्वामीनाथ को समर्पित चमत्कारी मंदिर है। मंदिर में भगवान स्वामीनाथ के साथ भगवान शिव, कृष्ण और प्रभु श्री राम जी के दर्शन करने को मिलते हैं। मंदिर में दर्शन जानें पर इलेक्ट्रॉनिक उपकरण ले जाने की अनुमति नहीं है साथ में सामान लेकर जाते हैं तो मंदिर परिसर में उपलब्ध लॉकर की सुविधा का इस्तेमाल कर सकते हैं। मंदिर में दर्शन करने का समय शुद्ध समय शाम का होता है क्योंकि शाम को वैदिक वाटर शो का आयोजन किया जाता है जो दर्शनीय है। अक्षरधाम मंदिर अहमदाबाद से 30 किमी दूर गुजरात की राजधानी गांधीनगर में स्थित है। अक्षरधाम मंदिर के कपाट सुबह 10 बजे से शाम 7 बजे तक दर्शन के लिए खुले रहते हैं। मंदिर हर सोमवार को संपूर्ण बंद रहता है।
15. स्टेच्यू ऑफ यूनिटी (Statue of Unity)
स्टेच्यू ऑफ यूनिटी नर्मदा नदी के किनारे 182 मीटर ऊंची प्रतिमा है जो गुजरात के मुख्य दर्शनीय स्थलों में से एक है। जिसकी ऊंचाई पर्यटकों को आकर्षित करती है। भारत के पूर्व गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की मूर्ती जिसे स्टेच्यू ऑफ यूनिटी के नाम से जाना जाता है यह गुजरात के नर्मदा जिले के एकता नगर में साधु बेट टापू पर स्थित है जिसे पहले केवड़िया के नाम से जाना जाता था। पास में ही सरदार सरोवर बांध स्थित है। विशाल क्षेत्र में फैला कॉम्प्लेक्स परिवार के साथ पिकनिक का आनंद उठा सकते हैं। स्टेच्यू ऑफ यूनिटी घूमने के लिए सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक खुला रहता है और सप्ताह को मात्र सोमवार के अलावा सभी दिन खुला रहता है। अहमदाबाद गीता मंदिर बस स्टैंड से स्टेच्यू ऑफ यूनिटी के लिए बस मिल जायेंगे। अहमदाबाद से स्टेच्यू ऑफ यूनिटी 197 किमी दूर है बस द्वारा पहुंचने में 3 से 4 घंटे का समय लग जाता है।
अहमदाबाद के ऐतिहासिक स्थल
- जामा मस्जिद
- भद्रा किला
- रानी सिपरी मस्ज़िद
- झूलता मीनार
अहमदाबाद की प्रसिद्ध बाज़ार
- लाल दरवाज़ा मार्केट
- मानिक चौक बाज़ार
- सदर बाजार
- रत्ना पोल बाजार
- नेक्सस वन मॉल
अहमदाबाद घूमने की योजना कब बनाएं
अहमदाबाद शहर में घूमने की दृष्टि से सर्दियों का मौसम सबसे अनुकूल रहता है। सर्दियों में तापमान सामान्य होने के कारण घूमने में सहज रहता है। शारदीय नवरात्रि में आयोजित किया जानें वाला महोत्सव दर्शनीय है।वही गर्मियों के मौसम में तापमान कभी कभी सामान्य से ज्यादा चला जाता है जिसकी वजह से भयंकर गर्मी और लू के थपेड़े का सामना करना पड़ता है। गर्मी की परवाह नहीं करते हैं तो शहर में कभी भी घूमने की योजना बना सकते हैं।
अहमदाबाद पहुंचने के विकल्प
बस द्वारा कैसे पहुंचे?
राष्ट्रिय राजमार्ग 48 अहमदाबाद को पड़ोसी राज्यों से से जोड़ता है। शहर में जीएसआरटीसी (GSRTC) की बसे दूरस्थ आवागमन के लिए मुख्य भूमिका अदा करती हैं। गीता मंदिर इलाके में बना सेंट्रल बस टर्मिनस शहर का मुख्य बिंदु है। इसके अतिरिक्त सुभाष सेतु और साबरमती टोल नाका है जहां से बस मिल जाती हैं।
वायु मार्ग द्वारा कैसे पहुंचा जा सकता है?
अहमदाबाद हवाई जहाज के द्वारा पहुंचा बहुत ही आसान माध्यम है। शहर में हंसोल इलाके में बना सरदार वल्लभ भाई पटेल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा भारत का लोकप्रिय विभान स्थल है। गुजरात की राजधानी गांधीनगर, दिल्ली, बैंगलोर, चेन्नई, सूरत, नागपुर, इंदौर, हैदराबाद, मुंबई, कोलकाता जैसे भारत के बड़े बड़े शहरों से आवागमन के लिए विभान सुविधाएं उपलब्ध हैं। भारत के आलावा शहर में उपलब्ध अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा दुबई, सिंगापुर, लंदन, कुवैत जैसे देशों से आवागमन की सुविधा देता है।
ट्रेन द्वारा पहुंचने का आसान माध्यम
ट्रेन द्वारा अहमदाबाद पहुंचना बजट के लिहाज से काफी किफायती का सौदा रहता है। फ्लाईट की तुलना में ट्रेन का किराया साधारण रहता है। शहर में पश्चिमी रेलवे जोन अंर्तगत पूर्वी इलाके के कालूपुर क्षेत्र में अहमदाबाद जंक्शन का निर्माण किया गया है। इस जंक्शन तक देश के अधिकांश बड़े शहरों से सीधा रेल का संपर्क रहता है। रोजाना सैकड़ों की संख्या में रेलगाड़ियां गुजरती रहती हैं।
अहमदाबाद से जुड़े महत्वपूर्ण प्रश्न - FAQ on Ahmedabad Me Ghumne Ki Jagah
1. अहमदाबाद में सबसे सस्ते कपड़े कहां मिलते हैं?
अहमदाबाद में सबसे सस्ता मार्केट तिब्बत स्वेटर बाजार है जो सर्दियों मे नवंबर माह से जनवरी तक खुला रहता है। यह मार्केट साबरमती रिवर फ्रंट के पास लगता है।
2. अहमदाबाद में खाने पीने की दुकानें कहां है?
अहमदाबाद के स्थानीय भोजन का स्वाद लेने के लिए मानिक चौक बाज़ार है। शाम से रात तक बाजार लोगों से भरा हुआ रहता है। मानिक चौक में खानें के लिए शुद्ध शाकाहारी गुजराती व्यंजन, पावभाजी, डोसा, चाट, सैंडविच, घुघरा, फाफड़ा, जलेबी खानें के लिए मिल जायेंगे। वहीं यदि नॉनवेज खानें का शौक रखते हैं तो लाल दरवाजा मार्केट सबसे ज्यादा प्रसिद्ध है।
3. अहमदाबाद शहर का प्राचीन नाम क्या था?
अहमदाबाद शहर को 1000 साल पहले आशावल नाम से जाना जाता था। बाद में 11वी शताब्दी में राजा कर्णदीप सोलंकी के शासनकाल में शहर को कर्णावती नाम से जाना जाता था।
4. अहमदाबाद शहर का नाम किस राजा के नाम पर पड़ा?
अहमदाबाद शहर का नाम 1411 में मुगल शासक सुल्तान अहमद शाह के नाम पर पड़ा?
5. अहमदाबाद में कौन सी झील बहती है?
अहमदाबाद में मुख्य रूप से कंकरिया और वस्त्रापुर झील बहती हैं।