कुआलालंपुर में घूमने की जगह | 11 Top Kuala Lumpur Tourist Places
मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर देश की धड़कन है। क्वांग नदी के तट पर बसा कुआलालंपुर आर्थिक, वित्तीय और विविध सांस्कृतिक धरोहर का केंद्र है। ऐसा आधुनिक शहर जो हिंदू, बौद्ध, मुस्लिम धर्म की मिली जुली संस्कृति के साथ लोकप्रिय पर्यटन स्थलों, खान पान और शॉपिंग के लिए जाना जाता है। शहर में स्थित गगनचुंबी इमारतें कुआलालंपुर को देश दुनियां में अलग पहचान दिलाती हैं। इस लेख में आपको कुआलालंपुर में घूमने की जगह (Kuala Lumpur Tourist Places) के बारे में विस्तृत जानकारी देने जा रहे हैं।
कुआलालंपुर की यात्रा आधुनिक जीवन शैली के साथ सांस्कृतिक विविधता और ऐतिहासिक स्थलों का अनुभव प्रदान करती है। कुआलालंपुर की विभिन्नता का अनुमान इसी वजह से लगाया जा सकता है कि शहर में कहीं न कहीं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन चलता रहता है। दक्षिण पूर्व एशिया का देश मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर अपनी चकाचौंध लाइफस्टाइल और शॉपिंग के हिसाब से महत्त्वपूर्ण पर्यटन स्थल है।
कुआलालंपुर में घूमने की जगह | Kuala Lumpur Tourist Places
कुआलालंपुर की रोचक बातें
- 19वी शताब्दी में स्थापित कुआलालंपुर मलेशिया की जीवंत राजधानी के रूप में अपनी पहचान बरकरार रखें हुए हैं। भौगौलिक दृष्टिकोण से कुआलालंपुर व्यापार और वाणिज्य के क्षेत्र में महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा करता है।
- कुआलालंपुर दुनियां में अपनी गगनचुंबी इमारतों के लिए जाना जाता है। पेट्रोनस ट्विन टॉवर एक समय दुनियां की सबसे बड़ी ऊंची इमारतों पर शामिल था।
- कुआलालंपुर आर्थिक और वाणिज्य क्षेत्र में अग्रणी होने के कारण तकनीक के क्षेत्र में भी आगे है।
1. Batu Caves Kuala Lumpur (बाटू गुफ़ा)
बाटु गुफ़ा कुआलालंपुर का धार्मिक स्थल है। लाइमस्टोन के पहाड़ पर स्थित बाटु गुफ़ा तीन गुफाओं का समूह है। भारत में टपकेश्वर महादेव मंदिर की भांति यहां पर गुफाओं की छत से टपकता पानी रहस्य बना हुआ है। पहली गुफ़ा जिसका नाम कैथेड्रल है 100 मीटर ऊंची प्राकृतिक गुफ़ा है। कैथेड्रल गुफ़ा के अंदर कई हिंदू देवी देवताओं के दर्शन करने को मिलते हैं। बाटु गुफ़ा में बिलकुल भारत के मंदिरों जैसी ही झलक देखता है। दूसरी गुफ़ा जिसे आर्ट गैलरी के नाम से जाना जाता है और तीसरी गुफ़ा जिसे द म्यूजियम गुफ़ा के नाम से जाना जाता है। गुफ़ा के परिसर पर भगवान शिव के बड़े पुत्र कार्तिकेयन को समर्पित दुनियां का सबसे बड़ा प्राचीन मंदिर स्थापित किया गया है जिसमें कार्तिकेयन भगवान की मूर्ती 42 मीटर ऊंची सोने की परत से सुसज्जित मूर्ती विराजमान है। मंदिर एक पहाड़ की चोटी पर बना हुआ है। मंदिर तक पहुंचने के लिए 272 सीढ़ियों को चढ़ कर जाना पड़ता है।
Cave Visit Timing : बाटु केव सुबह 6 बजे से रात 9 बजे तक खुला रहती हैं।
Location : बाटु गुफ़ा मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर से करीब 28 किमी दूर सेलंगोर में पड़ता है। पहुंचने के लिए 30 मिनट का समय लग जाता है।
2. Petronas Twin Tower (पेट्रोनस ट्विन टॉवर)
451 मीटर ऊंचे दो विशाल जुड़वां टॉवर को मिला कर बने दुनियां के सबसे ऊंचे टॉवर के रूप में कीर्तिमान पेट्रोनस टॉवर मलेशिया के आकर्षण पर्यटन स्थलों में से एक है। दोनों टॉवर को एक दूसरे से जोड़ने के लिए स्काई ब्रिज बनाया गया है। 88 मंजिला टॉवर के ऊपर से चारों ओर का खूबसूरत परिदृश्य प्राप्त होता है। बुर्ज खलीफा के बाद पेट्रोनस टॉवर दूसरा सबसे बड़ा टॉवर है। टॉवर के अंदर विशाल एक्वेरियम बना हुआ है जहां अनेकों प्रकार के जलीय जंतुओं को करीब से देखने का मौका मिलता है। Twin Tower का भ्रमण के लिए एक दिन का समय पर्याप्त है। टॉवर का भ्रमण करने के बाद शॉपिंग और स्थानीय भोजन का स्वाद ले सकते हैं। Twin Tower को अच्छी तरह घूमने के बाद KLCC पार्क और Aquaria KLCC पार्क में भी अपना कीमती समय व्यतीत कर सकते हैं।
Timing : पेट्रोनस ट्विन टॉवर सप्ताह में सोमवार को छोड़कर अन्य सभी दिन सुबह 9 बजे से रात 9 बजे तक खुला रहता है।
3. Manara KL Tower
गगनचुंबी मीनार जिसे मीनारें कुआलालंपुर के नाम से भी जाना जाता है। जिसे 5 अक्टूबर 1996 में आम जनता के लिए खोला गया था। पेट्रोनस ट्विन टॉवर को प्रतिस्पर्धा में मात देता हुआ केएल टॉवर 421 मीटर से भी अधिक ऊंचा बनाया गया है। टॉवर के ऊपर घूमता हुआ रेस्टोरेंट बनाया गया है जो अद्वितीय अनुभव प्रदान करता है। चारों ओर 360° घूमते हुए रेस्टोरेंट में बैठकर बेहतरीन लजीज भोजन का स्वाद चख सकते हैं। टॉवर के ऊपर से खड़े होकर कुआलालंपुर का शहरी नजारा देख पाएंगे। यह टॉवर सुबह 9 बजे से रात 10 बजे तक खुला रहता है।
4. Bukit Bintang
कुआलालंपुर के बीच में स्थित बुकिट बिनटांग एक खुबसूरत जगह है। जहां खाने पीने, मनोरंजन करने और खरीदारी करने के लिए बड़े बड़े शॉपिंग मॉल और रेस्टोरेंट बने हुए हैं। पार्टी और नाईट क्लब में एन्जॉय करने के लिए यह एक आदर्श स्थान है। शाम को बुकिट बिनटांग का नज़ारा देखने काबिल रहता है। शाम को चारों ओर जलती लाईट वाला वातावरण मन को प्रफुल्लित कर देने योग्य रहता है। बुकिट बिनटांग में नव वर्ष का जश्न बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है। क्रिसमस के मौके पर पूरे बुकिट बिनटांग क्षेत्र को दुल्हन की तरह सजाया जाता है। बुकिट बिनटांग में घूमना बिलकुल फ्री है और यह 24 घंटे खुला रहता है।
5. Sultan Abdul Samad Building
सुल्तान अब्दुल समद भवन 1897 में निर्मित कुआलालंपुर की शाही ईमारत है। ब्रिटिश शासन के कार्यकाल में यह ईमारत मुख्य कार्यालय हुआ करता था। 1974 में ईमारत का नाम सुल्तान अब्दुल समद भवन कर दिया गया। मोरिस वास्तुशैली में निर्मित भवन सुंदरता की मूरत है। यह इमारत कुआलालंपुर की मार्दिका स्क्वायर के पास स्थित है।
6. Mardeka Square
मार्दिका चौक कुआलालंपुर की ऐतिहासिक जगह है। इसी चौक से 31 अगस्त 1957 को अंग्रजों से आजादी पाकर मलेशिया को स्वतंत्र राज्य होने की घोषणा की गई थी और लोगों ने दिल खोलकर अपनी आजादी का महोत्सव मनाया था। मलेशिया के गौरव को उजागर करता हुआ 95 मीटर लंबा मलेशियन झंडा यहां की शान है। मार्दिका चौक को दातारण मार्दिका के नाम से भी जाना जाता है। मार्दिका स्क्वायर में रात को रंगीन लाइटों के बीच शो का आयोजन रात 9 बजे किया जाता है जिसे देखना चाहिए। मार्दिका स्क्वायर पूरे दिन खुला रहता है और यहां घूमना बिलकुल फ्री है।मार्दिका स्क्वायर के पास ही KLCC गैलरी और KL Textiles Museum बना हुआ है।
7. Little India (लघु भारत)
कुआलालंपुर के ब्रिकफील्ड एरिया मे भारतीय संस्कृति की झलक भी देखने को मिलती है। लिटिल इंडिया एक छोटा से क्षेत्र है जहां भारतीय समाज बसा हुआ है। यदि आप भारत से घूमने के लिए जाते है तो घूमने जरूर जाना चाहिए यहां पहुंचकर अच्छा लगेगा। Little India में पहुंचकर भारतीय खाने का स्वाद ले सकते हैं। बहुत से मार्केट है जहां भारतीय सामान, कपड़े, आभूषण की खरीदारी कर सकते हैं।
8. National Mosque of Malaysia
मलेशिया के सबसे बड़ी पवित्र मस्जिदों में से एक राष्ट्रिय मस्जिद है। जिसे मस्ज़िद नेगारा के नाम से भी जाना जाता है। मस्ज़िद में 74 मीटर ऊंची छतरी नुमा छत पर्यटकों को आकर्षित करती है। मस्ज़िद में बने 16 चिन्ह जो मलेशिया के 11 राज्य और इस्लाम धर्म के 5 स्तंभ को दर्शाते हैं। मलेशिया की राष्ट्रिय मस्ज़िद सभी धर्म के लोगों का सामान भाव से स्वागत करती है। पवित्र मस्ज़िद की सुंदरता को देखने के लिए किसी भी धर्म के लोग जा सकते हैं।
9. China Town
मलेशिया की रोमांचित गलियों में घूमने के लिए चाइना टाउन बेहतरीन जगह है। यदि आप अपना कीमती समय व्यतीत करना चाहते हैं और सस्ते दामों में कपड़े लेना चाहते हैं तो चाइना टाउन में जरूर जाना चाहिए। चाइना टाउन में घूमने के साथ चाइनीज फूड का स्वाद ले सकते हैं। चाइनीज भोजन का असली स्वाद चाइना टाउन के अलावा मलेशिया में कही पर भी नही मिलेगा। चाइना टाउन एक बहुत बड़े क्षेत्र में बसा हुआ है जिसमें सबसे ज्यादा चाइनीज समाज के लोग बसे हुए हैं। सेंट्रल बाज़ार और कस्तूरी वॉक चाइना टाउन की आकर्षण जगहों में से एक हैं। चाइना टाउन में घूमते हुए यहां के चाइनीज मंदिरों में भी जाकर दर्शन कर सकते है।
10. Jalan Alor
जालान एलोर कुआलालंपुर का फूड हब एरिया है जहां मलेशिया के सभी प्रकार के भोजन का असली स्वाद ले सकते हैं। पूरे एरिया में फैले रेस्टोरेंट बेहतरीन स्वाद का जायका प्रदान करते हैं। jalan Alor की गलियों में लगी खाने पीने के स्टॉल आपकी भूख को उत्तेजित कर देंगे। शाम को स्ट्रीट फूड का स्वाद लेने वाले लोगों की बहुत ज्यादा भीड़ लगती है।
11. Zoo Negara
जू निगारा कुआलालंपुर का प्रसिद्ध चिड़ियाघर है। यह अनेक प्रकार के जीव जंतुओं का घर है। चिड़ियाघर के अंदर पांडा, जिराफ, मलेशियन तापी, शुतुरमुर्ग, सफेद बाघ, हिरण, जैसे जानवरों को करीब से देखा जा सकता है। जू के अंदर सुबह 11 बजे और शाम को 3 बजे एनिमल शो आयोजित किया जाता है। जिसे देखने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं। विशाल क्षेत्र में फैला जू निगारा में घूमने के लिए इलेक्ट्रिक रिक्शा संचालित किए जाते हैं जिसमे बैठकर आराम से पूरा चिड़ियाघर घूम सकते हैं। परिवार और बच्चों के साथ समय व्यतीत करने के लिए यह एक आदर्श स्थान है।
कुआलालंपुर में लोकप्रिय फूड हब
- जालान एलोर
- नाचियार
- सर्वन्ना भवन
- गेंटिग हाइलैंड
- लिटिल इंडिया
- कस्तूरी वॉक
मलेशिया जानें के लिए आवश्य दस्तावेज़
- 6 महीने पुराना वैद्य पासपोर्ट
- 6 महीने की बैंक स्टेटमेंट
- कन्फर्म होटल का टिकट
- दोनों तरफ का कन्फर्म फ्लाईट टिकट
- मलेशियन वीज़ा
कुआलालंपुर कैसे पहुंचे
मलेशिया में घूमने की सोच रहें हैं तो पहले आपको जानकारी होनी चाहिए की मलेशिया कैसे पहुंचा जा सकता है। मलेशिया पहुंचने के लिए हवाई मार्ग सबसे सही माध्यम है। कुआलालंपुर के दक्षिण भाग सेपंग में स्थित इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए भारत के मुंबई, चेन्नई, दिल्ली, भुवनेश्वर, कोलकाता, कोच्चि से सीधा फ्लाईट संचालित की जाती हैं।
कुआलालंपुर में होटल (Best Hotel Kuala Lumpur)
कुआलालंपुर में घूमने के लिए जा रहे हैं तो पहले ज्ञात होना चाहिए की किस एरिया में रुकना सही रहेगा क्योंकि वीजा लेते समय होटल बुकिंग की कंफर्म टिकट उपलब्ध कराना जरूरी होता है। मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर ठहरने हेतु KL सेंट्रल सबसे सटीक जगह है। KL सेंट्रल कुआलालंपुर के बीच में स्थित होने के कारण घूमने के लिए हिसाब से सबसे सही रहता है। Kl सेंट्रल क्षेत्र के आसपास बहुत से होटल, होस्टल सस्ते दामों में उपलब्ध रहते हैं। अधिकतर भारतीय पर्यटक केएल सेंट्रल के आसपास होटल लेना पसंद करते हैं। केएल सेंट्रल एअरपोर्ट से करीब 60 किमी दूर स्थित है। पहुंचने के लिए बस, कैब, एअरपोर्ट एक्सप्रेस ट्रेन मुख्य रूप से यातायात के साधन हैं। बस द्वारा केएल सेंट्रल पहुंचना काफी किफायती रहता है।
कुआलालंपुर में कैसे घूमें
कुआलालंपुर में के लोकल पर्यटन स्थलों का भ्रमण करने के लिए सबसे सस्ता माध्यम सिटी टूर बस है। बस को हॉप के नाम से जाना जाता है। डबल डेकर बस जिसका एक तल बिकुल खुला होता है और दूसरे तल पर छत होती है जो पूरी तरह वातानुकूलित होती है। खुली छत पर बैठकर सिटी का बेहतरीन नजारा देखने को मिलता है। यह बस कुआलालंपुर के लगभग सभी पर्यटन स्थलों को कवर करती है।
कुआलालंपुर की यात्रा में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न - FAQ on Kuala Lumpur Tourist Places
1. मलेशिया में कौन सी मुद्रा का इस्तेमाल किया जाता है?
मलेशिया में रिंगिट (Ringgit) मुद्रा का इस्तेमाल किया जाता है। भारतीय मुद्रा में एक रिंगिट करीब 17.96 रुपया होता है।
2. कुआलालंपुर से सिंगापुर कितनी दूर है?
कुआलालंपुर से सिंगापुर 350 किमी दूर है। पहुंचने के लिए बस, ट्रेन और हवाई जहाज यातायात के मुख्य साधन है। बस कुआलालंपुर से सिंगापुर तक पहुंचने में 5 से 6 घंटे का समय लेती है।
3. कुआलालंपुर क्यों लोकप्रिय है?
मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर आकाश को चूमती इमारतों, सांस्कृतिक विविधता, जीवंत शैली, शॉपिंग और अद्वतीय खानपान के कारण पूरे विश्व में प्रसिद्ध है।