10+अलेप्पी में घूमने की जगह, बैकवॉटर्स में हाउसबोट का मजा
अलेप्पी या अल्लाप्पुझा भारत में केरल राज्य के लक्ष्यद्वीप समुद्र के किनारे बसा खूबसूरत पर्यटन स्थल है। अलेप्पी समुद्र तट और बैकवॉटर्स के लिए सबसे ज्यादा प्रसिद्ध है। छुट्टियों के दौरान हाउसबोट और क्रूज में आनंद उठाने के लिए भारी तादाद में पर्यटकों का आवागमन होता रहता है। हनीमून के नजरिए से अलेप्पी एक आदर्श पर्यटन स्थल है। आज आपको बताएंगे कि अलेप्पी में घूमने की जगह (Alleppey Me Ghumne Ki Jagah) कौन सी हैं।
अलेप्पी में चारो ओर नारियल के पेड़ो से घिरी झीलें पर्यटकों को लुभाने का कार्य करती है। अलेप्पी की यात्रा में आपको खूबसूरत समुद्र तट, प्राचीन मंदिर, बैकवाटर नहरें ऐतिहासिक स्थल और चारो ओर फैली प्राकृतिक हरियाली का सुंदर नजारा देखने को मिलता है। केरल के सबसे खूबसूरत जिले में से एक अलेप्पी में घूमने के लिए दुनियां भर से लोग घूमने और बैकवॉटर्स में मनोरंजन करने के लिए आते हैं। बैकवॉटर्स में घूमने के लिए शिकारा, केनो, और हाउसबोट आसानी से किराए पर उपलब्ध रहती हैं।
अलेप्पी में घूमने की जगह | Famous Alleppey Me Ghumne Ki Jagah
1. मन्नारसाला नागार्जुन मंदिर
अलेप्पी में सबसे शक्तिशाली मंदिरों में एक नाग देवता को समर्पित अनोखा मंदिर है।मंदिर में सांपो की पूजा की जाती है। मंदिर के रास्ते दीवारों पर असंख्य सांपो की आकृति बनाई गई है जो मंदिर को अनोखा बनाती है। मंदिर के गर्भ गृह में भगवान नागराज और उनकी पत्नी सर्पयक्षी की मूर्तियों को पूजा जाता है। मंदिर हरिपाद क्षेत्र में स्थित है।
2. अंबलापुझा कृष्णा स्वामी मंदिर
अलेप्पी के स्थानीय पर्यटन स्थलों का भ्रमण करने के साथ ही धार्मिक स्थलों में भी दर्शन करने के लिए जा सकते हैं। भगवान श्री कृष्ण को समर्पित अंबलापूझा कृष्णा स्वामी मंदिर प्रसिद्ध हिंदू मंदिर है।
3. अलेप्पी बीच (Alappuzha Beach)
अलेप्पी बीच जिले का लोकप्रिय समुद्र तट है। 150 साल से भी अधिक प्राचीन बीच अपनी खूबसूरती के साथ ही नौका रेस प्रतियोगिता के लिए भी जाना जाता है। समुद्र तट के किनारे हर साल अगस्त या सितंबर महीने में ओणम पर्व के मौके पर नेहरू बोट रेस ट्रॉफी का आयोजन किया जाता है। अलेप्पी बीच रेलवे स्टेशन से 5 किमी दूर स्थित है।
नौका रेस में भाग लेने के लिए भारी तादाद में क्षेत्रीय लोगों की भागीदारी रहती है। नौका रेस सबसे रोमांचित अनुभव में से एक है जिसे देखने के लिए दूर दूर से लोग आते हैं। पिकनिक मनाने के लिए यह बीच सबसे बढ़िया रहता है।
4. अलेप्पी हाउसबोट
अलेप्पी की अविस्मणीय यात्रा में सबसे ज्यादा पर्यटक बैकवॉटर्स में हाउसबोट के द्वारा घूमने और मनोरंजन लेने के लिए जाते हैं। पानी के ऊपर तैरती नाव में खानें पीने और मनोरंजन के पूरे साधन उपलब्ध रहते हैं। हाउसबोट में बैठकर शानदार नीले पानी का बेहतरीन नजारा पर्यटकों को मनमोहित करता है। हाउस बोट में सैर दिन और रात दोनों तरह से कर सकते हैं।
झील के किनारे खड़े ऊंचे ऊंचे नारियाल के वृक्ष और हरियाली से परिपूर्ण धान के खेतों के बीच से गुजरती हुई नाव की यात्रा को आनंदमय बनाती है। बैकवॉटर्स में हाउसबोट का आनंद 4 से 5 घंटे में हो पाती है। हाउसबोट में एक रात ठहरने का खर्चा करीब 5000 से शुरू हो जाता है। रेलवे स्टेशन से यह जगह 3 से 4 किमी दूर है।
5. सी व्यू पार्क
सी व्यू प्वाइंट अलेप्पी में एक तरह से थीम पार्क है जहां नाव की सवारी के साथ स्विमिंग पूल में नहाने और तैराकी का मजा उठा सकते हैं। शहर के बीचों बीच स्थित पार्क हरियाली से परिपूर्ण पर्यटकों के लिए पिकनिक मनाने के लिए शांत जगह प्रदान करता है।
6. पुन्ना माडा झील (Punnamada Lake)
बेम्बनाडू बैकवाटर के अंश से बनी पुन्ना माडा झील दक्षिण भारत के सबसे लंबी झीलों में से एक है। नदियों और नहरों के जल से निर्मित झील पानी द्वारा केरल के कई जिलों और पड़ोसी राज्यों के जिलों को आपस में जोड़ती है। यह झील नौका विहार के लिए उपयुक्त प्रबंध प्रस्तुत करती है। झील पिकनिक स्पॉट के लिए आदर्श स्थान उपलब्ध कराती है। झील में साइटसीइंग के साथ बोटिंग का आनंद सबसे यादगार पलों में से एक है।
7. अलेप्पी लाइटहाऊस (Alappuzha Light House)
लाइटहाउस अलेप्पी की सबसे प्रसिद्ध जगहों में से एक है। लाइटहाउस के ऊपर से चारो ओर समुद्र तट और झील का शानदार परिदृश्य मन को प्रफुल्लित कर देता है। लाइटहाउस अलेप्पी बीच के विपरीत दिशा में स्थित है। अलेप्पी लाइटहाऊस 3 बजे से शाम पांच बजे तक खुला रहता है।
8. मरारी बीच (Marari Beach)
अलेप्पी में मरारी बीच पानी में की जानें वाली मनोरंजन गतिविधियों के लिए जाना जाता है। समुद्र तट पर पर्यटक नहाने और जलक्रीड़ा करने का भरपूर आनंद उठा सकते है। समुद्र तट के किनारे बैठकर लहरों का नजारा देख सकते हैं। मरारी बीच से सूर्यास्त और सूर्योदय का दृश्य बहुत ही रमणीय दिखाई देता है। यह बीच अलेप्पी शहर से 13 किमी दूर स्थित है।
9. थंपोली बीच (Thumpoly Beach)
समुद्र तट प्राचीन समय से ही मनुष्यों के लिए आनंद का केंद्र रहें हैं। अलेप्पी का थंपोली बीच प्राकृतिक सुंदरता का जीता जागता उदाहरण है। समुद्र तट की सुनहरी रेतीली भूमि पर नंगे पैर सैर करना सुखद ऐहसास का अनुभव करता है। तट पर बहती शीतल हवा का आनंद उठाते हुए सूर्योदय और सूर्यास्त का सुन्दर नजारा देखने को मिलता है।
10. रेवी करुणाकरण मेमोरियल संग्रहालय (Revi Karunakaran Memorial Museum)
रेवी करुणाकरण स्मारक के साथ ही लोकप्रिय संग्रहालय है। स्मारक का निर्माण 2003 में प्रसिद्ध उद्योगपति रेवी करुणाकरण की स्मृति में उनकी पत्नी बेट्टी करुणाकरण द्वारा बनवाया गया है। यह एक निजी संपत्ति वाला संग्रहालय है जहां कला की अद्भुत चीजों को संग्रह करके रखा गया है।
कला और संस्कृति में रुचि रखने वाले लोगों को यह संग्रहालय बहुत पसंद आएगा। संग्रहालय के अंदर प्राचीन मूर्तियां, पेंटिंग, चीनी मिट्टी के बर्तन, सिक्के देखने को मिलते हैं। करुणाकरण परिवार तीन पीढ़ियों से लगातार दुनियां के विभिन्न देशों से बहुमूल्य वस्तुओं को संग्रहित करते आ रहे हैं।
अलेप्पी में घूमने की अन्य जगह
- चेट्टी कुलंगारा भगवती मंदिर
- मुल्लक्कल राजराजेश्वरी मंदिर
- पथीरा मनाल आइलैंड
- अंतराष्ट्रीय कॉयर संग्रहालय
- कृष्णपुरम पैलेस
- कुमारकोम पक्षी अभ्यारण
अलेप्पी में घूमने का प्लान कब बनाना चाहिए
अलेप्पी समुद्र के किनारे बसा हुआ शहर है जिसकी वजह से गर्मियों के मौसम में उमस भरी गरमी पड़ती है। गर्मी पड़ने की वजह से पर्यटकों का आवागमन बहुत कम संख्या में रहता है। वही अलेप्पी में घूमने लायक सबसे सुखद मौसम सर्दियों में रहता है।
यदि आप नौका रेस प्रतियोगिता को देखना चाहते हैं तो अगस्त या सितंबर माह में मनाए जाने वाले ओणम पर्व के मौके पर प्रतियोगिता आयोजित की जाती है। प्रतियोगिता का आनंद उठाने के लिए यात्रा की शुरुआत कर सकते हैं।
अलेप्पी हवाई जहाज द्वारा कैसे पहुंचे
हवाई जहाज द्वारा अलेप्पी पहुंचने के लिए सीधा रास्ता उपलब्ध नहीं हैं। सबसे पहले कोच्चि एअरपोर्ट पर उतरना होगा। इसके बाद कोच्चि से टैक्सी या बस पकड़कर अलेप्पी पहुंच सकते हैं। कोच्चि से अलेप्पी 68 किमी दूर है टैक्सी द्वारा पहुंचने में करीब 2 घंटे का समय लग जाता है।
दूसरा तारिका है ट्रेन से पहुंचना ट्रेन से पहुंचने के लिए अलुवा रेलवे स्टेशन से ट्रेन पकड़ सकते हैं। एयरपोर्ट से बाहर निकलकर अलुवा रेलवे स्टेशन के लिए टैक्सी द्वारा पहुंच जाएं और वहां से ट्रेन में बैठकर अलेप्पी पहुंच सकते हैं। सड़क मार्ग द्वारा पहुंचने के लिए केरल के सभी जिलों से बस, टैक्सी की सुविधा उपलब्ध रहती है।
ट्रेन द्वारा
ट्रेन द्वारा अलेप्पी पहुंचने के लिए शहर में ही रेलवे स्टेशन मौजूद है जहां देश के अधिकतर शहरों से ट्रेनों का आवागमन होता रहता है। दिल्ली से अलेप्पी जाने के लिए 40 से 45 घंटे का समय लग जाता है। बैंगलोर, चेन्नई, कोच्चि, और तमिलनाडु के प्रसिद्ध शहरों से अलेप्पी के लिए साधन उपलब्ध रहते हैं।
लोगों ने जाना (FAQs)
1. तिरुवनंतपुरम से अलेप्पी कितनी दूर है?
तिरुवनंतपुरम से अलेप्पी 150 किमी की दूरी पर स्थित है।
2. बैकवॉटर्स क्या होता है?
बारिश के मौसम में समुद्र और बरसात का पानी जगह जगह गड्ढों में भर जाता है। और झील का आकार ले लेता है जिसे बैकवॉटर्स कहा जाता है।
3. अलेप्पी में घूमने के लिए कितने दिन पर्याप्त हैं?
अलेप्पी के पर्यटन स्थलों और हाउसबोट में घूमने के लिए तीन रात और दो दिन पर्याप्त हैं। पहले दिन में आप अलेप्पी के स्थानीय पर्यटन में घूम सकते हैं और दूसरे दिन हाउसबोट में घूम सकते हैं।