6+ किशनगढ़ में घूमने की जगह, मार्बल नगरी का खुबसूरत डंपिंग यार्ड

मार्बल नगरी नाम से लोकप्रिय किशनगढ़ राजस्थान राज्य के अजमेर जिले में स्थित बेहद खुबसूरत पर्यटन स्थल है। प्राकृतिक सौंदर्य के साथ यह जगह मानव निर्मित पर्यटन स्थलों के लिए भी प्रसिद्ध है। किशनगढ़ का डंपिंग यार्ड पर्यटकों के घूमने लायक सबसे पसंदीदा जगहों में से एक है। डंपिंग यार्ड स्विट्जरलैंड के सफेद बर्फ की भांति चमकता है इसलिए किशनगढ़ को राजस्थान का स्विट्जरलैंड कहा जाता है। दरअसल डंपिंग यार्ड में मार्बल का सफेद पाउडर जमा हुआ है जो देखने में सफेद बर्फ जैसा प्रतीत होता है। किशनगढ़ में कश्मीर और लद्दाख में बर्फ के पहाड़ों जैसे दृश्य भी देखने को मिलते है। किशनगढ़ के डंपिंग यार्ड में बहुत सी फ़िल्मों की शूटिंग भी की जा चुकी है। रोजाना हजारों की संख्या में लोग फोटो शूट के लिए जाते हैं। आज हम आपको किशनगढ़ में घूमने की जगह (Kishangarh Me Ghumne Ki Jagah) कौन सी हैं उनके बारे में जानकारी देंगे।

Kishangarh Me Ghumne Ki Jagah

किशनगढ़ के डंपिंग यार्ड में सफेद संगमरमर का ढेर लगा हुआ है। बारिश के मौसम में पानी भर जानें के कारण डंपिंग यार्ड किसी आइलैंड की तरह दिखाई देता। किशनगढ़ अपने खुबसूरत पर्यटन स्थलों के साथ चित्रकला के लिए भी प्रसिद्ध है। प्रसिद्ध चित्रकार निहाल चंद्र द्वारा निर्मित बनी-ठनी पेंटिंग को राजस्थान की मोनालिसा कहा जाता है। बनी ठानी पेंटिंग को भारतीय डाक टिकट में जारी किया जा चुका है। लियोनार्डो दा विंची द्वारा निर्मित मोनालिसा पेंटिंग की भांति बनी-ठनी पेंटिंग भी अद्भुत है।

यदि आप अजमेर या फिर पुष्कर में घूमने के लिए जाते हैं तो किशनगढ़ के पर्यटन स्थलों का भ्रमण भी कर सकते हैं। क्योंकि पुष्कर और अजमेर से किशनगढ़ काफी नजदीक पड़ता है। किशनगढ़ के मुख्य पर्यटन स्थलों में किला, मंदिर और झील को देखने को मौका मिलता है।


किशनगढ़ में घूमने की जगह | Kishangarh Me Ghumne Ki Jagah


1. डंपिंग यार्ड किशनगढ़ (Dumping Yard Kishangarh)

किशनगढ़ में मार्बल और ग्रेनाइट का भारी मात्रा में उत्पादन किया जाता है। मार्बल और ग्रेनाइट को काटने से सफेद संगमरमर का पाउडर निकलता है जिसे स्लेरी कहा जाता है। यह सफेद रंग का पाउडर अनुपयोगी होता है जिसे एक विशाल क्षेत्र में डंप कर दिया जाता है।

Kishangarh Me Ghumne Ki Jagah

पावडर को डंप करने से जमीन में सफेद संगमरमर की मोटी परत बन गई है और जगह जगह यह एक पहाड़ जैसा बन गया है। जिससे दूर से प्रतीत होता है सफेद बर्फ जमा हो और जब बारिश का पानी जमा हो जाता है तो यह किसी आइलैंड जैसे दिखाई देता है। जिसकी वजह से डंपिंग यार्ड को स्नो यार्ड के नाम से भी जाना जाता है।

देखने में ऐसा लगता है जैसे बर्फ से ढकी कश्मीर की वादियों या फिर स्विट्जरलैंड के पहाड़ो में घूम रहे हैं। डंपिंग यार्ड किशनगढ़ में पर्यटकों के घूमने के लिए बेहद आकर्षित जगह बन गई है। लोग डंपिंग यार्ड में घूमने और फोटो शूट करने के लिए जाते हैं। 

बहुत से कपल्स प्री वेडिंग फ़ोटो शूट भी करवाते हैं। डंपिंग यार्ड में सुंदर दृश्य होने के कारण बहुत सी फ़िल्मों की भी सूटिंग की जा चुकी है। पर्यटकों के लिए डंपिंग यार्ड सुबह 10 बजे से शाम पांच बजे तक खुला रहता है। शाम चार बजे के बाद प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाती।

Kishangarh Me Ghumne Ki Jagah

डंपिंग यार्ड में घूमने के लिए निशुल्क रहता है लेकिन घूमने से पहले मार्बल एसोसिएशन की अनुमति लेनी पड़ती हैं। यदि आप फोटोग्राफी, वीडियोग्राफी या कोई शूटिंग करना चाहते हैं तो अलग से अनुमति लेनी पड़ती है। ड्रोन कैमरे से शूट करना चाहते हैं तो किशनगढ़ प्रशासनिक कार्यालय से अनुमति आवश्यक है। 

जिसमें आपको एक टोकन दिया जाता है जिसको दिखाकर प्रवेश की अनुमति मिल जाती है। डंपिंग यार्ड के अंदर आप घुड़ सवारी का भी लुफ्त उठा सकते हैं। डंपिंग यार्ड किशनगढ़ शहर के बाहर 5 किमी दूर स्थित है।


2. मोखम विलास

Kishangarh Me Ghumne Ki Jagah

मोखाम विलास गुंडोलाव झील के मध्य में स्थित जल महल है जिसे जन्नत नाम से जाना जाता है। यह विलास किशनगढ किला और फूल महल के विपरीत दिशा में स्थित है। प्रकृति परिवेश में बना विलास पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। प्रवासी पक्षी काफी संख्या में आते रहते हैं। शांति पूर्ण वातावरण में आप समय व्यतीत करते हुए बहते हुए पानी के बीच प्रकृति का आनंद उठा सकते हैं।


3. किशनगढ़ किला

Kishangarh Me Ghumne Ki Jagah

राजपूत और मुगल वास्तुकला में निर्मित किशनगढ़ किला एक ऐतिहासिक किला है। किले का निर्माण 1649 में राठौड़ वंश के महाराजा स्वरूप सिंह ने करवाया था। किशनगढ़ किले को रूपनगढ़ किले के नाम से भी जाना जाता है। वर्तमान में आम जनता के लिए किले में प्रवेश निषेध है। किले की खूबसूरती और बनावट बाहर से ही देखी जा सकती है।


4. फूलमहल पैलेस

Kishangarh Me Ghumne Ki Jagah

गुंडों लाव झील के किनारे विराजमान फूल महल किशनगढ़ शहर के बीचों बीच स्थित एक शाही महल है जिसे 1817 में किशनगढ़ के महाराजा ने बनवाया था। वर्तमान समय में यह होटल अंगतुको की मेजवानी करता है। फूलमहल में घूमने के बाद आप झील में मछलियों को दाना खिला सकते हैं। माना जाता है कि मछलियों को दाना खिलाने से पुण्य मिलता है।

 

5. गुंडो लाव झील (Gundolav Lake)

Kishangarh Me Ghumne Ki Jagah

गुंडों लाव झील किशनगढ़ का मुख्य आकर्षण हैं। झील में मनोरंजन और समय व्यतीत करने के लिए भारी तादाद में पर्यटकों का आवागमन लगा रहता है। झील में नाव की सवारी का बेहतरीन लुफ्त उठाया जा सकता है। सप्ताह के अंत में बच्चों और परिवार के साथ घूमने लायक सबसे आकर्षक पर्यटन स्थलों में से एक है।


6. खोड़ा गणेश मंदिर

भगवान गणेश को समर्पित खोड़ा गणेश मंदिर किशनगढ़ का प्राचीन हिंदू मंदिर है। यह मंदिर स्थानीय लोगों की आस्था का केंद्र है। सामाजिक और वैवाहिक कार्यक्रमों की शुरुआत गणेश जी की पूजा के बाद ही पूर्ण किए जाते हैं। शादी के बाद नव विवाहित जोड़े गणेश जी का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए पूजा करने के लिए जाते हैं।

Kishangarh Me Ghumne Ki Jagah

सप्ताह के प्रत्येक बुधवार को मंदिर परिसर भक्तो से भर जाता है। किशनगढ़ में घूमने गए लोग खोड़ा गणेश मंदिर में दर्शन करने के लिए जरूर जाते हैं और भगवान गणेश जी से आशीर्वाद प्राप्त करने की कामना करते हैं।


अन्य किशनगढ़ में घूमने की जगह (Places to visit in Kishangarh)

  1. वैष्णो देवी मंदिर
  2. काली माता मंदिर
  3. नव गृह मंदिर
  4. सुरसरा, बीर तेजा जी बलिदान स्थली


किशनगढ़ के आसपास घूमने की जगह

  1. अजमेर शरीफ दरगाह
  2. पुष्कर का ब्रह्मा मंदिर
  3. पुष्कर झील
  4. जयपुर
  5. आनासागर झील
  6. फॉय सागर झील
  7. सोने जी की नसियां 
  8. नारेली जैन मंदिर
  9. अढ़ाई दीन का झोपड़ा


किशनगढ़ घूमने का सबसे अच्छा मौसम (Best Season to Visit in Kishangah)

जैसा की आप जानते हैं राजस्थान राज्य में गर्मी सबसे ज्यादा पड़ती है जिसकी वजह से किशनगढ़ के पर्यटन स्थलों का भ्रमण करना गर्मी में थोड़ा असहज कर सकता है। लेकिन सबसे अच्छे मौसम की बात करें तो सर्दियों में अक्टूबर से फरवरी माह के बीच घूमने के लिए जा सकते हैं। 

यदि आप डंपिंग यार्ड की सुंदरता को देखने जाना चाहते हैं तो बारिश के मौसम में घूमने की योजना बना सकते हैं। बाकी अपने समय के अनुसार छुट्टियों या फिर सप्ताह के अंत में आप किसी भी मौसम में घूमने का मन बना सकते हैं।


किशनगढ़ कैसे पहुंचे

किशनगढ़ पहुंचने के लिए रेलगाड़ी, सड़क मार्ग और हवाई जहाज तीनो में से किसी भी यातायात माध्यम का उपयोग किया जा सकता है। किशनगढ़ पहुंचने के लिए अजमेर मुख्य बिंदु है। यातायात के सभी साधन अजमेर तक अच्छे से उपलब्ध हैं। अपने शहर से आप अजमेर पहुंच जाएं और फिर वहां से आगे का सफर किशनगढ़ के लिए जारी रख सकते हैं।


ट्रेन से किशनगढ़ कैसे पहुंचे (Kishangarh Railway Station)

ट्रेन से किशनगढ़ घूमने के लिए जाना चाहिए है तो सबसे नजदीक अजमेर शहर में स्थित रेलवे स्टेशन है। अजमेर का रेलवे स्टेशन राजस्थान के प्रसिद्ध शहर जयपुर, भरतपुर, उदयपुर और जोधपुर शहरों से रेल मार्ग द्वारा अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। आप अपने शहर से रेलगाड़ी द्वारा अजमेर पहुंच जाएं फिर अजमेर से सड़क मार्ग द्वारा बस या फिर टैक्सी द्वारा किशनगढ़ पहुंच सकते हैं। 

अजमेर से किशनगढ़ 30 किमी दूर स्थित है। आप आधे घंटे के सफर में पहुंच सकते हैं। इसके अलावा किशनगढ़ में भी एक छोटा सा रेलवे स्टेशन मौजूद है। परंतु किशनगढ़ रेलवे स्टेशन तक दूर की रेलगाड़ियों का आवागमन कम होता है।


बस द्वारा किशनगढ़ कैसे पहुंचे

बस द्वारा किशनगढ़ पहुंचने के लिए राजस्थान राज्य परिवहन की बसें मुख्य यातायात सुविधाएं प्रदान करती हैं। किशनगढ़ राष्ट्रिय राजमार्ग 8 से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। जयपुर, अजमेर, उदयपुर, दिल्ली से बस द्वारा आसानी से पहुंचा जा सकता है।


हवाई जहाज से किशनगढ़ कैसे पहुंचे

यदि आप हवाई जहाज द्वारा किशनगढ़ पहुंचने की सोच रहें हैं तो आपको बता दें किशनगढ़ में छोटा सा हवाई अड्डा मौजूद है। लेकीन यहां तक फ्लाइट्स का आवागमन बहुत सीमित रहता है। जिससे फ्लाइट्स का टिकट मिलना मुश्किल रहता है। लेकिन फिर भी जल्दी पहुंचकर वापस होना चाहते हैं तो सबसे नजदीक जयपुर में हवाई अड्डा मौजूद है। 

आप अपने शहर से जयपुर के लिए उड़ान भर सकते हैं। और जयपुर पहुंचकर सड़क मार्ग द्वारा राज्य परिवहन की बस या फिर टैक्सी बुक करके पहुंच सकते हैं। जयपुर से किशनगढ़ 128 किमी दूर है। आप तीन घंटे में पहुंच जाएंगे।


किशनगढ़ में रुकने की जगह

किशनगढ़ में घूमने की सोच रहें हैं तो आपको बता दें किशनगढ़ में आप दो जगह रुक सकते हैं आप चाहें तो अजमेर में कोई होटल लेकर ठहर सकते हैं और फिर अगली सुबह जल्दी उठकर किशनगढ़ के पर्यटन स्थलों का भ्रमण करने के लिए निकल जाएं और फिर डंपिंग यार्ड में घूमने के बाद वापस अजमेर आ सकते हैं। 

दुसरा तरीका है की किशनगढ़ पहुंचकर होटल बुक कर सकते हैं। किशनगढ़ में होटल आपको 900 से 1500 रूपए के बीच में मिल जायेगा। आप चाहें तो एक रात रुककर सभी पर्यटन स्थलों में अच्छे से घूम सकते हैं।


किशनगढ़ शहर कैसे घूमें?

किशनगढ़ घूमने के लिए जाना चाहते हैं तो आप चाहें तो अजमेर से ही टैक्सी बुक कर सकते हैं। यदि आप ज्यादा लोग एक साथ है तो टैक्सी बुक करना सही रहेगा। टैक्सी आपको 1600 रूपए में मिल जायेगी जिसमे 5 आदमी आसानी से बैठ सकते हैं। 

इसके अलावा यदि आप दो लोग हैं तो आप बस द्वारा किशनगढ़ पहुंच जाएं और बस स्टैंड में उतर कर किशनगढ़ डंपिंग यार्ड के लिए ऑटो रिक्शा बुक करके पहुंच सकते हैं। आप अपने निजी वाहन द्वारा घूमने के लिए जा रहे हैं तो आसानी से पहुंच सकते हैं डंपिंग यार्ड में वाहन को खड़ा करने के लिए पार्किंग की सुविधा भी उपलब्ध है।


FAQs

1. किशनगढ़ कहां है?

किशनगढ़ राजस्थान राज्य के अजमेर जिले में स्थित है। राजस्थान राज्य की राजधानी जयपुर से यह जगह लगभग 128 किमी दूर है।

2. अजमेर से किशनगढ़ की दूरी कितनी है?

अजमेर से किशनगढ़ करीब 30 किमी की दूरी पर स्थित खूबसूरत पर्यटन स्थल है। अजमेर से किशनगढ़ पहुंचने के लिए बस और ऑटो रिक्शा मुख्य रूप से यातायात के साधन है।

3. डंपिंग यार्ड क्या है?

डंपिंग यार्ड का मतलब होता है जहां पर अनुपयोगी पदार्थ यानी कचरा को डाला जाता है। किशनगढ़ में औधोगिक कारखानों में मार्बल और ग्रेनाइट को काटने के दौरान संगमरमर का सफेद पाउडर निकलता है जिसे स्लेरी कहा जाता है। यह एक तरह से अनुपयोगी पदार्थ होता है। अनुपयोगी पदार्थ को एक जगह डालने के लिए मार्बल एसोसिएशन द्वारा डंपिंग यार्ड का निर्माण किया गया है। वर्तमान में डंपिंग यार्ड को खुबसूरत पर्यटन स्थल के रूप में तब्दील किया गया है।

4. किशनगढ़ की स्थापना किसने की थी?

राजस्थान राज्य अपनी कला, साहित्य और संस्कृति का प्रमुख केंद्र रहा है। ऐतिहासिक शहर को जोधपुर के राजा उदय सिंह के पुत्र किशन सिंह ने 1609 से 1611 ई. में बसाया था।

5. किशनगढ़ से पुष्कर की दूरी कितनी है?

किशनगढ़ से पुष्कर मात्र 39 किमी दूर है। किशनगढ़ से पुष्कर के लिए सार्वजनिक वाहन बस, ऑटो रिक्शा और जीप काफी संख्या में चलते रहते हैं।

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