12+ धर्मशाला में घूमने की जगह, धौलाधार पर्वत श्रृंखला का शानदार नजारा

भारत में हिमाचल प्रदेश राज्य के कांगड़ा जिले में स्थित धर्मशाला एक खुबसूरत हिल स्टेशन के तौर पर प्रसिद्ध है। धर्मशाला में चारो ओर फैले हरे भरे जंगल, सुहावना मौसम और घाटी का खुबसूरत नज़ारा मन को प्रफुल्लित कर देने योग्य रहता है। धौलाधार पर्वत श्रृंखला की ऊंची पहाड़ियों से कांगड़ा घाटी का परिदृश्य मनमोहक दिखाई देता है। इसके अलावा धर्मशाला तिब्बती शरणार्थियों के निवास स्थल के रूप में जाना जाता है। धर्मशाला की मनमोहक वादियों में तिब्बती और भारतीय संस्कृति का मिला जुला स्वरूप देखने को मिलता है। इस लेख में आपको बताएंगे कि धर्मशाला में घूमने की जगह (Dharamshala Me Ghumne Ki Jagah) कौन सी हैं।

Dharamshala Me Ghumne Ki Jagah

धर्मशाला तिब्बती शरणार्थियों के निवास स्थल के साथ ही तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा का निवास स्थान भी है। धार्मिक और प्राकृतिक स्थलों के लिए प्रसिद्ध धर्मशाला की भूमि में हर साल आयोजित होने वाला कंजार महादेव मेला लोकप्रिय मेला है। मेले में घूमने और आनंद लेने के लिए दूर दूर से पर्यटक आते हैं।

धर्मशाला के मनमोहक मौसम में झीलों के किनारे घूमने का एक अलग ही अनुभव प्राप्त होगा। कांगड़ा से 15 किमी दूर धर्मशाला अपने भौगौलिक स्थित के कारण दो भागो में विभाजित है जिसमें समतल भू-भाग पर धर्मशाला स्थित हैं और पहाड़ी भू-भाग पर मैकलॉर्ड गंज स्थित है। मैकलॉर्ड गंज धर्मशाला का ही उपनगर है जो 10 किमी की दूरी पर पड़ता है।

बौद्ध भिक्षुओं के तीर्थस्थल के लिए लोकप्रिय धर्मशाला का शांतिपूर्ण और आध्यात्मिक वातावरण पर्यटकों को काफी पसंद आता है। जिसकी वजह से धर्मशाला हिमाचल प्रदेश में सबसे ज्यादा घूमने वाली जगहों में से एक माना जाता है।


धर्मशाला में घूमने की जगह | Dharamshala Me Ghumne Ki Jagah


1. कांगड़ा किला धर्मशाला - Kangra Fort, Himachal Pradesh

कांगड़ा के शाही कटोच राजवंश परिवार द्वारा निर्मित प्रसिद्ध दुर्ग है जिसे कांगड़ा किला के नाम से जाना जाता है। प्राचीन काल में किले को कांगड़ा नागरकोट और त्रिगत्र नाम से भी जाना जाता था। 1556 में राजा धरम चंद्र ने किले को मुगल बादशाह अकबर को सौप दिया था।

Dharamshala Me Ghumne Ki Jagah

हिमाचल प्रदेश राज्य का सबसे बड़ा किला अपनी भव्यता अदभुत वास्तुशैली के लिए लोकप्रिय है। सुरक्षा की दृष्टि से अभेद्य किला है जिसे दुश्मन कभी भेद नहीं सकता। किले के चारो ओर ऊंची दीवार का निर्माण किया गया है। 

किले के सभी हिस्सों को देखने में कम से कम दो घंटे का समय लग जाता है। यह किला कांगड़ा से 3 किमी दूर स्थित है। विशाल क्षेत्रफल में फैले किले के ऊपर से कांगड़ा घाटी के चारो ओर का मनोरम दृश्य देखने को मिलता है।

 

2. डल झील - Dal Lake Dharamshala

Dharamshala Me Ghumne Ki Jagah

पहाड़ों और ऊंचे देवदार पेड़ो के बीच स्थित डल झील धर्मशाला में कपल्स के घूमने लायक सबसे खुबसूरत झीलों में से एक है। ट्रेकिंग करते हुए झील में समय गुजार सकते हैं। डल झील के पास ही ऋषि दुर्वासा का मंदिर है जहां आप दर्शन करने के लिए जा सकते हैं। यह झील धर्मशाला से 9 किमी दूर स्थित है।


3. त्रायहुंड, धर्मशाला (Triund Hill)

त्रायहुंड ऊंचाई में होने के कारण आसपास का मनोरम परिदृश्य प्रदान करता है। जो लोग पिकनीक मानने के लिए किसी अच्छे स्थान की तलाश में है उन्हे त्रायहुंड जरूर जाना चाहिए। मनमोहक वादियां और चारो ओर फैली प्राकृतिक हरियाली को देखते हुए Triund को धर्मशाला का सरताज कहा जाता है।

Dharamshala Me Ghumne Ki Jagah

सहासिक गतिविधियों में रुचि रखने वाले लोगों के लिए यह एक आदर्श पर्यटन स्थल है। जहां ट्रेकिंग और कैंपिंग का भरपूर आनंद उठा सकते हैं।त्रायहुंड धर्मशाला से 15 किमी दूर स्थित है।


4. नड्डी व्यू प्वाइंट (Naddi View Point)

नड्डी व्यू प्वाइंट मैकलॉर्ड गंज की आकर्षक जगह है। नड्डी व्यू प्वाइंट से धौलाधार पर्वत श्रृंखला में दूर तक बर्फ से ढके सफेद दूध जैसे पहाड़ों का उत्कृष्ट नज़ारा देखने को मिलता है। व्यू प्वाइंट से बादलों को करीब से महसूस कर सकते हैं। सूर्योदय और सूर्यास्त में पहाड़ियों के बीच शानदार परिदृश्य देखने योग्य रहता है।

Dharamshala Me Ghumne Ki Jagah

यदि आप अपने दैनिक जीवन में काम के बोझ से और तनाव से मुक्त होना चाहते हैं तो नड्डी व्यू प्वाइंट घूमने जरूर जाना चाहिए। व्यू प्वाइंट के शांतिपूर्ण माहौल में बैठकर अपने तनाव को दूर कर सकते हैं। प्राकृतिक सौंदर्य को देखने के लिए दूर दूर से पर्यटक खींचे चले आते हैं।


5. मसरूर पत्थर मंदिर (Masroor Rock Cut Temple)

मसरूर रॉक कट मंदिर 8वी शताब्दी के दौरान इंडो आर्यन वास्तुशैली में निर्मित 15 मंदिरो का समूह है। मंदिरो में हिंदू देवी देवताओं की मूर्तियां देखने को मिलती है। पुरातात्विक दृष्टिकोण मसरूर रॉक कट मंदिर कांगड़ा की धरोहर है। यदि आप मंदिरों को देखने जाना चाहते हैं तो यह कांगड़ा से 32 किमी दूर स्थित है।


6. कांगड़ा आर्ट संग्रहालय (Kangra Art Museum)

तिब्बती संस्कृति और इतिहास को उजागर करता कांगड़ा आर्ट संग्रहालय लोकप्रिय जगह है जहां दुर्लभ मूर्तियां, पुराने गहने, मिट्टी के बर्तन, चित्रकारी, और प्राचीन काल के सिक्कों को देख सकते हैं। यदि आप तिब्बती संस्कृति और इतिहास से रूबरू होना चाहते हैं तो आर्ट संग्रहालय घूमने जरूर जाना चाहिए।


7. दलाई लामा मंदिर (Dalai Lama Temple)

Dharamshala Me Ghumne Ki Jagah

दलाई लामा मंदिर बौद्ध भिक्षुओं का सबसे पवित्र धार्मिक स्थल है। अध्यात्म और प्रार्थना के लिए यह मंदिर आदर्श जगहों में से एक है। दलाई लामा मंदिर के अंदर भगवान बुद्ध की प्रतिमा स्थापित किया गया है। मंदिर के एक भाग में बौद्ध भिक्षुओं द्वारा पूजा और प्रार्थना करते हुए देख सकते हैं। मंदिर में प्रार्थना करने के लिए पहिए वाली घंटियां लगी हुई हैं जिन्हें एक तरफ से घुमाते हुए प्रार्थना कर सकते हैं।


8. नामग्याल मठ (Namgyal Monastery)

नामग्याल मठ धर्मशाला का प्रसिद्ध मठ है। बाहरी लोग मठ की सुंदरता को देखने के लिए बड़ी संख्या में जाते हैं। नामग्याल मठ दलाई लामा का निवास स्थल भी है। 1959 में दलाई लामा तिब्बत से आकर धर्मशाला में शरण ली थी। नामग्याल मठ में बौद्ध भिक्षुओं अध्यात्म करते हुए देखा जा सकता है।

Dharamshala Me Ghumne Ki Jagah

नामग्याल मठ के पास स्वतंत्रता की लड़ाई में मारे गए तिब्बती सैनिकों के स्मारक भी देखने को मिलते हैं। नामग्याल मठ के पास ही किताबो की दुकानें हैं जहां आप अनेक ज्ञानवर्धक पुस्तकों को खरीद सकते हैं।


9. भागसूनाग जलप्रपात (BhagsuNag Waterfall)

भागसुनाग, पहाड़ के ऊपर से गिरते पानी का खूबसूरत झरना है। चारों ओर फैली हरियाली और आसपास का मनोरम परिदृश्य मन को प्रफुल्लित कर देने योग्य रहता है। गिरते हुए पानी की धार में नहाने और मनोरंजन करने के लिए उत्तम जगह है। मैकलॉड गंज से यह झरना 2 किमी दूर पर है और धर्मशाला बस स्टैंड से महज 6 किमी दूर है।

Dharamshala Me Ghumne Ki Jagah

यदि आप धर्मशाला से घूमने के लिए जाते हैं तो आपको एक किमी पहले ही उतार दिया जाता है। इसके बाद आप एक किमी पैदल चलकर झरने तक पहुंच सकते हैं। भागसूनाग जलप्रपात के रास्ते में ही शिव भगवान को समर्पित भागसूनाग मंदिर स्थित है आप चाहें तो दर्शन कर सकते हैं। रास्ते में अनेकों फूड काउंटर देखने को मिलेंगे जहां आप स्थानीय भोजन का स्वाद चख सकते हैं।


10. हिमाचल प्रदेश राज्य क्रिकेट स्टेडियम (Dharamshala Stadium)

धर्मशाला अपने खूबसूरत प्राकृतिक पर्यटन स्थलों के साथ ही क्रिकेट स्टेडियम के लिए पूरे भारत में प्रसिद्ध है। धर्मशाला के स्टेडियम को एचपीसीए (HPCA) के नाम से भी जाना जाता है। दुनियां के खुबसूरत और ऊंचे स्टेडियम में से एक धर्मशाला में स्थित क्रिकेट स्टेडियम की स्थापना धौलाधार पर्वत श्रृंखला के बीच 2003 में की गई थी।

Dharamshala Me Ghumne Ki Jagah

स्टेडियम में 23000 दर्शकों के बैठने की सुविधा उपलब्ध है। धर्मशाला के क्रिक्रेट स्टेडियम में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलों का आयोजन किया जाता है। स्टेडियम समुद्र तल से लगभग 1457 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। धर्मशाला बस स्टैंड से यह स्टेडियम करीब 4 किमी दूर पर है।


11. चाय के बागान (Tea Garden Dharamshala)

Dharamshala Me Ghumne Ki Jagah

धर्मशाला अपने चाय के बागान के लिए भी प्रसिद्ध है। यदि आप चाय के बागान घूमने के लिए जाते हैं तो चारों ओर आपको हरे-भरे चाय के बागान देखने को मिलते हैं जो आंखों को सुकून का ऐहसास कराते हैं। फ़ोटो शूट करने के लिए चाय के बागान सबसे खूबसूरत जगहों में से एक है। आप चाय पीने के शौकीन है तो उत्तम किस्म की चाय को खरीद सकते हैं। चाय के बागान धर्मशाला बस स्टैंड से एक किमी की दूरी पर स्थित है।


अन्य धर्मशाला में घूमने की जगह - Tourist Places in Dharamshala

  1. कालचक्र मंदिर
  2. तुषीता अध्यात्म केंद्र
  3. मैकलॉड गंज
  4. अघांजर महादेव मंदिर
  5. कुणाल पत्थरी
  6. चिंतपूर्णी मंदिर
  7. ईको पार्क
  8. चामुण्डा देवी
  9. युद्ध स्मारक धर्मशाला
  10. ज्वालामुखी मंदिर
  11. कांगड़ा देवी मंदिर
  12. सेंट जॉन इन द विल्डरनेस


धर्मशाला में एक दिन में घूमने की जगह (Places to Visit in Dharamshala in one Day)

  1. ज्वाला देवी मंदिर
  2. वार मेमोरियल
  3. डल झील
  4. करेरी झील
  5. बलगांव
  6. धरमकोट


धर्मशाला घूमने का सबसे अच्छा समय (Best Time To Visit Dharamshala)

कांगड़ा की वादियों में बसे धर्मशाला की जलवायु उप-उष्ण कटिबंधीय है। जिसकी वजह से गर्मी के महीने मई और जून में अधिक गर्मी पड़ती है। सर्दियों में दिसंबर और जनवरी में अत्याधिक ठंड का सामना करना पड़ता है। वही जुलाई से सितंबर माह तक मानसून सीजन रहता है। 

धर्मशाला की मनमोहक वादियों में विचरण करने का सबसे सुयोग्य समय वसंत ऋतु और गर्मी शुरू होने से पहले का मौसम सही रहता है। हालांकि यदि आपके पास समय है और मौसम की परवाह नहीं करते है तो आप किसी भी मौसम में घूमने के लिए जा सकते हैं।


धर्मशाला कैसे पहुंचे (How To Reach Dharamshala)

Dharamshala Me Ghumne Ki Jagah

धर्मशाला हिमाचल प्रदेश का महत्वपूर्ण Tourist Place होने के कारण पहुंचने के लिए सड़क मार्ग, ट्रेन और हवाई जहाज जैसे यातायात सुविधाओ का चुनाव कर सकते हैं।


रेलगाड़ी से धर्मशाला कैसे पहुंचे - Nearest Railway Station to Dharamshala

रेलगाड़ी द्वारा धर्मशाला पहुंचने का सबसे अच्छा माध्यम है। यदि आप रेलगाड़ी द्वारा पहुंचने का मन बनाया है तो आपको बता दें धर्मशाला का सबसे निकट रेलवे स्टेशन 82 किमी दूर पठानकोट है। आप अपने शहर से पठानकोट पहुंच जाएं और फिर पठानकोट से सार्वजनिक बस द्वारा या टैक्सी बुक करके धर्मशाला पहुंच सकते हैं। 

सड़क मार्ग द्वारा पठानकोट से धर्मशाला पहुंचने में तीन घंटे का समय लग जाता है। दिल्ली, चंडीगढ़, से पठानकोट के लिए अनेकों ट्रेन गुजरती हैं। इसके अलावा धर्मशाला से करीब 20 किमी दूर कांगड़ा रेलवे स्टेशन है परंतु यहां तक लंबी दूर की रेलगाड़ियों का आवागमन सीमित रहता है।


हवाई जहाज से धर्मशाला कैसे पहुंचे - Nearest Airport to Dharamshala

हवाई जहाज द्वारा धर्मशाला पहुंचना चाहते हैं तो सबसे नजदीक 13 किमी दूर गग्गल हवाई अड्डा (Gaggal Airport) स्थित है। दिल्ली और चंडीगढ़ से हवाई मार्ग द्वारा आसानी से पहुंच सकते हैं। हवाई अड्डा पहुंचकर ऑटो रिक्शा द्वारा धर्मशाला पहुंच सकते हैं।


सड़क मार्ग द्वारा धर्मशाला कैसे पहुंचे (How To Reach Dharamshala by Road)

सड़क मार्ग द्वारा आप अपने निजी वाहन से या फिर राज्य सरकार परिवहन (HRTC) की बसों द्वारा पहुंच सकते हैं। दिल्ली से वॉल्वो बस द्वारा जाना चाहते हैं तो दिल्ली आईएसबीटी से धर्मशाला के लिए बस मिल जायेंगी। दिल्ली से धर्मशाला 518 किमी दूर है बस द्वारा यात्रा करने में लगभग 12 घंटे का समय लग जाता है। इसके अलावा आप बस द्वारा चंडीगढ़, शिमला, किरतपुर शहरों से पहुंच सकते हैं। इसके अलावा दिल्ली और चंडीगढ़ से बहुत से निजी टूर ट्रैवल एजेंसी द्वारा साधन उपलब्ध कराए जाते हैं।


धर्मशाला में होटल, रुकने की जगह - Dharamshala Hotels

धर्मशाला में घूमने की योजना बना रहें हैं तो आपको ठहरने के लिए मेन स्क्वायर मार्केट और भागसूनाग के आसपास बहुत से होटल और रेस्टोरेंट मिल जायेंगे जहां आप कम बजट में आसानी से ठहर सकते हैं। धर्मशाला में होटल आपको 900 से 1500 रूपए के बीच मिल जायेंगे। 

यदि अधिक महंगे होटल में ठहरना चाहते हैं तो बहुत से महंगे होटल भी उपलब्ध हैं। धर्मशाला में तिब्बती संस्कृति का ज्यादा बोलबाला है जिसकी वजह से स्थानीय भोजन में खाने के लिए मोमोज, थूकपा, पिज्जा, चावमीन, नींबू अदरक की चाय, मैगी, बर्गर, सूप, नूडल्स, फ्राइड राइस मिल जायेंगे।

 

धर्मशाला में करने के लिए मनोरंजन गतिविधियां (Things to Do in Dharamshala)

  1. ट्रेकिंग
  2. रोपवे
  3. कैंपिंग
  4. नाव की सवारी
  5. मार्केटिंग
  6. बोन फायर


धर्मशाला घूमने जाते समय साथ में रखने लायक जरूरी सामान

धर्मशाला घूमने के लिए जा रहे हैं तो सबसे पहले अपनी यात्रा की टिकट और आवश्यक यात्रा का खर्चा लेकर जाएं। इसके अलावा अपने साथ पानी की बॉटल, गर्म कपड़े, खानें के लिए बिस्किट नमकीन और आवश्यक दवाएं साथ में रख सकते हैं। महिलाएं को यात्रा में जाने के लिए कीमती आभूषण पहन कर जाने से बचना चाहिए।


धर्मशाला घूमने का कितना खर्चा आएगा

धर्मशाला के मनमोहक वादियों और पर्यटन स्थलों का भ्रमण करने के लिए कम से कम तीन दिन और दो रात का समय निकालना चाहिए तभी आप धर्मशाला के पर्यटन स्थलों की अच्छे से घूम सकते हैं। 3 दिन की यात्रा में सबसे कम बजट की बात करें तो होटल और घूमने का खर्चा प्रति व्यक्ति के हिसाब से 7000 से 8000 रूपए के बीच लग जाता है। आप चाहें तो ट्रैवल एजेंसी द्वारा धर्मशाला में घूमने के लिए कम बजट का पैकेज ले सकते हैं।


FAQs

1. धर्मशाला कहा है?

धर्मशाला भारत में हिमाचल प्रदेश राज्य के कांगड़ा जिले में स्थित है। कांगड़ा से धर्मशाला 16 किमी दूर स्थित एक खुबसूरत हिल स्टेशन के तौर पर प्रसिद्ध है।

2. धर्मशाला क्यों प्रसिद्ध है?

धौलाधार पर्वत श्रृंखला की तलहटी में बसा धर्मशाला पहाड़ी दार क्षेत्र और शांतिपूर्ण नैसर्गिक वातावरण के लिए प्रसिद्ध है। सर्दियों के मौसम में पहाड़ बर्फ से ढक जाते हैं जिसकी सुंदरता देखने योग्य है वही चारो ओर फैले देवदार के घने जंगल पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। इसके अलावा धर्मशाला बौद्ध भिक्षु दलाई लामा के निवास स्थान के लिए भी जाना जाता है।

3. धर्मशाला से डलहौजी की दूरी कितनी है?

धर्मशाला से डलहौजी 118 किमी दूर स्थित है। बस द्वारा डलहौजी पहुंचने के लिए करीब 4 घंटे का समय लग जाता है।

4. कांगड़ा किला किसने और कब बनवाया था?

कांगड़ा किले का निर्माण कांगड़ा के शाही कटोच राजवंश परिवार के शासक सुशर्मा चंद्रा द्वारा करीब 3500 साल पूर्व करवाया गया था।

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