11+ इंफाल में घूमने की जगह | मणिपुर का लोकप्रिय पर्यटन स्थल

इंफाल मणिपुर राज्य की राजधानी घूमने की दृष्टि से भी एक बहुत ही खूबसूरत शहर है। इंफाल की प्राकृतिक छटा पर्यटकों का मन मोह लेती है। प्रचंड सुंदरता के कारण इम्फाल को "भारत का गहना" कहना कोई अचरज की बात नहीं है। इंफाल में घूमने के लिए झील, प्राचीन मंदिर ऐतिहासिक किला, वन्य प्राणी उद्यान हरियाली से लबालब भरी खुबसूरत वादियां, बीर जवानों की याद दिलाते स्मारक और भवन जैसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों की सूची मौजूद हैं। इस आर्टिकल में आपको जानकारी देने जा रहे हैं की इंफाल में घूमने की जगह (Imphal Me Ghumne Ki Jagah) कौन सी हैं।

Imphal Me Ghumne Ki Jagah

इंफाल में घूमने जाने पर इंफाल की संस्कृति और जन जातियों से रूबरू हो सकते है। भाषा और पहनावा अपने आप में अनोखा है। हर साल देश विदेश से घूमने आए लाखों पर्यटकों की मेजबानी करता है। इम्फाल की प्राकृतिक झीलों में बोटिंग और कैंपिंग जैसे कार्यक्रमों का आनंद उठा सकते हैं। 

इम्फाल रिमोट एरिया में स्थित घूमने के लिहाज से खूबसूरत शहर है। जहां पर आप अपने मित्रों और परिवार के साथ घूमने की योजना बना सकते हैं। अगर आपके पास अच्छा समय है और पूर्वोत्तर राज्यों के शहरों का भ्रमण करना चाहते हैं तो इंफाल एक अच्छा विकल्प है।


इंफाल में घूमने की जगह | Imphal Me Ghumne Ki Jagah


1. श्री गोविंद देवजी मंदिर (Govind Devji Temple)

इम्फाल में धार्मिक स्थलों की बात की जाए तो श्री गोविंद देवजी मंदिर का नाम सबसे ऊपर आता है। श्री गोविंद देवजी मंदिर हिंदू वैष्णो समाज का प्रमुख तीर्थ स्थल माना जाता है। मंदिर की वास्तुकला दो गुम्बद को मिला कर बनाई गई है।

Imphal Me Ghumne Ki Jagah

मंदिर के गर्भ गृह में राधा कृष्ण की मूर्ति विराजित है। इसके अलावा पुरी की भांति कृष्ण, भाई बलराम और बहन सुभद्रा की मूर्ति स्थापित है। इम्फाल में गोविंद देवजी मंदिर हमेशा भक्तो से भरा रहता है। स्थानीय लोगो में मंदिर के प्रति अपार श्रद्धा है।


2. लोकटक झील (Loktak Lake, Manipur)

इम्फाल की सबसे खूबसूरत झीलों में शामिल लोकटक झील घूमने के लिए भारी संख्या में पिकनिक मनाने वालों का हुजूम लगता है। झील इम्फाल शहर से 50 किमी दूर पर स्थित ताजे पानी की झील के लिए प्रसिद्ध है। झील में कचरे से बने द्वीप तैरते हुए आकर्षण का केंद्र है।

Imphal Me Ghumne Ki Jagah

झील में कई तरह की मनोरंजन एक्टिविटी कर सकते हैं जिसमे बोटिंग और कैंपिंग करवाई जाती है। झील के बीचों बीच फैली हरियाली पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं। झील में कमल के फूल और तैरते घर झील की शोभा बढ़ाते हैं।

 

3. कांगला किला (Kangla Fort)

Imphal Me Ghumne Ki Jagah

ऐतिहासिक धरोहर की बात की जाए तो इंफाल में कांगला किला का नाम सबसे शीर्ष स्थान पर आता है। कांगला किला राजा पंखगावा का शाही निवास स्थल था यह किला इंफाल नदी के किनारे पर बनवाया गया था। ऐतिहासिक किला समय के साथ साथ अब एक खंडहर में तब्दील हो चुका है पर आज भी यह किला प्राचीन ऐतिहासिक काल की गौरव गाथा का परिचय देता है। 2003 में किले को आम जनता के देखने के लिए खोला गया था। 

 

4. मणिपुर चिड़ियाघर (Imphal Manipur Zoo) 

Imphal Me Ghumne Ki Jagah

मणिपुर चिड़ियाघर इम्फाल के प्रमुख पर्यटन स्थलों की सूची में शुमार है। छोटे बच्चों के साथ सभी उम्र के लोगो के लिए यह स्थल खूब पसंद किया जाता है। पहाड़ियों से घिरा चिड़ियाघर अनेक पशु पक्षियों का निवास स्थल भी है। 400 से अधिक किस्म के पशुओं की प्रजातियों को देखा जा सकता है। जिसमे हिरण, हिमालयन भालू, तेंदुआ, बाघ, लोमड़ी, लकड़बग्घा, अजगर सांप, और गिद्ध जैसे विलुप्त काय पक्षियों को देखने का मौका मिलता है।


5. युद्ध स्मारक (War Cemetery) 

युद्ध स्मारक का निर्माण द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जापानी सेना के विरुद्ध लड़ाई में शाहिद हुए सैनिकों की याद में बनवाया गया था। युद्ध के दौरान जो सैनिक बीर गति को प्राप्त हुए थे। उनकी समाधि स्थल को युद्ध स्मारक का नाम दे दिया गया है। देवालैंड में स्थित वार मेमोरियल में 1600 से अधिक शहीद बीर जवानों की कब्रे बनी हुई है। इम्फाल में घूमने के लिए जाएं तो युद्ध स्मारक स्थल का भ्रमण करना बिल्कुल न भूले।

 

6. शाहिद मीनार (Shaheed Minar) 

Imphal Me Ghumne Ki Jagah

टिकेंद्र जीत पार्क में बनी शाहिद मीनार युद्ध में शहीद हुए बीर जवानों की गाथा प्रस्तुत करता है। 1891 में अंग्रेजो के विरुद्ध युद्ध के दौरान शाहिद हुए मणिपुर के बीर जवानों की याद में 11 मीटर ऊंची शाहिद मीनार का निर्माण करवाया गया था। स्मारक में शहीदों को श्रद्धांजलि देने और नमन करने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक जाते हैं। कुछ समय शांति के साथ वीर जवानों को सम्मान देने के लिए इस स्थल जरूर जाएं।


7. सिंगदा बांध (Singda Dam) 

Imphal Me Ghumne Ki Jagah

इंफाल शहर से 16 किमी दूर स्थित सिंगदा बांध पिकनिक स्पॉट के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है। प्रकृति की गोद में बसा पर्यटन स्थल पर्यटकों द्वारा हमेशा भरा रहता है। भारत का एकमात्र मिट्टी द्वारा बना बांध यकीनन पर्यटकों द्वारा खूब पसंद किया जाता है। दूर एकांत प्राकृति की गोद में बसा सौंदर्य से भरपूर नव विवाहित जोड़े के लिए प्रसिद्ध स्थान है। रोमांटिक भरे वातावरण में अपने जीवन साथी के साथ खुशी के हसीन लम्हों हो व्यतीत कर सकते हैं।

 

8. केइबुल लमजाओ राष्ट्रीय उद्यान (Keibul Lamjao National Park)

केबुल लमजाओ राष्ट्रीय उद्यान विश्व का एकमात्र पानी में तैरता हुआ 40 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला राष्ट्रिय उद्यान है। राष्ट्रिय उद्यान विष्णुपुर जिले में स्थित विश्व प्रसिद्ध लोकटक झील का हिस्सा है। तैरता हुआ राष्ट्रिय उद्यान को देखकर पर्यटक आश्चर्य चकित हो जाते है।

Imphal Me Ghumne Ki Jagah

1953 में उद्यान को स्थापित करने का मुख्य उद्देश्य संघाई हिरणों की रक्षा के लिए किया गया था। बाद में 1966 में इसे केबुल लमजाओ राष्ट्रीय उद्यान के नाम से मान्यता दे दी गई। पर्यटकों को इस उद्यान में अनेक प्रजाति की पशु पक्षियों और वनस्पतियों को देखने का मौका मिलता है। यह उद्यान इंफाल से 50 किमी की दूरी पर स्थित है।


इम्फाल के अन्य दर्शनीय स्थलों की सूची 

  1. इस्कॉन मंदिर
  2. IMA कैथल महिला बाज़ार 
  3. थारोन गुफा
  4. मणिपुर राज्य संग्रहालय 
  5. लंगथबल 
  6. थ्री मदर्स आर्ट गैलरी 
  7. ख्यांग पीक 


इम्फाल घूमने कब जाना चाहिए (Best Time To Visit Imphal)

इम्फाल घूमने की योजना बना रहे हैं तो इंफाल में अक्टूबर से अप्रैल माह के बीच घूमने का सबसे अच्छा मौसम रहता है। जून से अगस्त तक इम्फाल में मानसून सीजन शुरू हो जाता है। मानसून में इंफाल में काफ़ी भरी बारिश होती है जिससे मानसून सीजन में घूमने से बचाना चाहिए। बारिश के मौसम में भूस्खलन और पेड़ गिरने से सड़के बाधित हो जाती है। जिस कारण आवागमन में काफी परेशानी होती है।


इंफाल कैसे पहुंचे? (How To Reach Imphal)

इम्फाल घूमने जाना चाहते हैं तो तीनों तरह के साधन उपलब्ध हैं। इम्फाल का रास्ता दुर्गम पहाड़ियों के बीच होकर जाता है।

 

ट्रेन से इंफाल कैसे पहुंचे (How To Reach Imphal By Train)

इम्फाल तक का सफर ट्रेन से करना चाहते हैं तो आपको बता दे मणिपुर राज्य की राजधानी इंफाल भारत के पूर्वोत्तर राज्य का दूरदराज इलाके में स्थित शहर है। भौगोलिक स्थिति के कारण रेलवे पटरी का निर्माण करना संभव नहीं है इसीलिए इंफाल में कोई रेलवे स्टेशन न हो पाने के कारण रेलवे कनेक्टिविटी बिलकुल नही हैं। 

लेकिन सबसे नजदीक रेलवे स्टेशन दीमापुर है। दीमापुर पहुंचकर सड़क मार्ग द्वारा 210 किमी दूर इंफाल तक आसानी से पहुंच सकते हैं। इंफाल में रेलवे नेटवर्क नही होने के बावजूद रेलगाड़ी से दीमापुर तक का सफर और आगे इंफाल तक का सफर बहुत ही खूबसूरत और आश्चर्य पूर्ण रहता है। रास्ते में अपनी ऊंचे ऊंचे पहाड़, घाटी, मन को सुकून दिलाने वाली हरियाली को देखने का मौका मिलता है।

 

इंफाल हवाई जहाज से कैसे पहुंचे (How To Reach Imphal By Flights)

इम्फाल हवाई जहाज द्वारा पहुंचने के लिए सबसे महंगा साधन है। यदि आप हवाई जहाज से इम्फाल घूमने के लिए जाते है तो इंफाल में ही हवाई अड्डा मौजूद है। आप अपने शहर से इंफाल के लिए हवाई टिकट बुक कर सकते है। 

इंफाल एक छोटा सा सिटी होने के कारण हवाई जहाज की लिमिटेड कनेक्टिविटी उपलब्ध रहती है। इंफाल घूमने का प्लान बनाने से पहले फ्लाईट की जानकारी प्राप्त कर ले। वैसे दिल्ली, गुवाहाटी और कोलकाता से घरेलू विमान सेवाएं उपलब्ध रहती हैं।

 

सड़क के रास्ते इम्फाल कैसे पहुंचे 

सड़क मार्ग द्वारा इम्फाल काफी सुविधाजनक है। मणिपुर की राजधानी इंफाल सड़क मार्ग द्वारा पड़ोसी राज्यों से अच्छी तरह सड़क मार्ग द्वारा जुड़ा हुआ है। इंफाल राष्ट्रिय राजमार्ग 39 द्वारा जुड़ा हुआ है। गुवाहाटी और शिलचर के रास्ते नेशनल हाईवे 53 से पहुंचा जा सकता है।

 

लोगों ने पूछा

1. इंफाल कहा है?

इम्फाल भारत में स्थित पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर की राजधानी है। 2011 की जनसंख्या गणना के अनुसार मणिपुर की जनसंख्या 268243 है।

2. मणिपुर की राजभाषा? 

मणिपुर की राजकीय भाषा मेईतीलोन है। मेईतीलोन राजभाषा को भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची के रूप में 1992 में राजभाषा के रूप में मान्यता दी गई थी। मणिपुर में मैतेई जाति के लोग निवास करते हैं।

3. इंफाल किसकी राजधानी है?

इम्फाल भारत में  मणिपुर राज्य की राजधानी है। मणिपुर का विलय भारत में 15 अक्टूबर 1949 में हुआ था। 16 जिले मिलकर मणिपुर का निर्माण करते हैं।


निष्कर्ष (Conclusion)

इम्फाल पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर की प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर राजधानी है। इम्फाल का भाला नृत्य और कुश्ती प्रतियोगिता को देखने के लिए दूर दूर से पर्यटक जाते हैं।

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