10+ ऊटी में घूमने की जगह, प्राकृतिक वादियों और सुहावने वातावरण का मजा
नीलगिरी पहाड़ियों की गोद में बसा ऊटी भारत के तमिलनाडु राज्य में सबसे ज्यादा घुमा जाने वाले पर्यटन स्थलों में शुमार है। नीलगिरी पहाड़ियों पर बसा ऊटी, कुन्नूर, और पैकरा (PyKara) तमिलनाडु के मुख्य पर्यटन स्थल है। नीलगिरी अपनी प्राकृतिक वादियों और सुहावने वातावरण, ऊंचे ऊंचे देवदार के वृक्ष, दुर्लभ वनस्पति, चाय के बागान, और सुंदर झीलों के लिए पूरी दुनियां में प्रसिद्ध है। यदि आप भी ऊटी घूमने जाना चाहते है तो इस आर्टिकल को अंत पढ़कर ऊटी में घूमने की जगह (Ooty Me Ghumne Ki Jagah) के बारे में विस्तार से जानकारी ग्रहण कर सकते हैं।
ऊटी मे दूर दूर तक फैली खूबसूरत नीलगिरी की पहाड़ियों के कारण ऊटी को पहाड़ों की रानी (Queen Of Hills) कहा जाता है। ऊटी की प्राकृतिक सुंदरता और मनोरम दृश्य देखने के लिए लाखों की संख्या में पर्यटक घूमने के लिए आते हैं। ऊटी की प्राकृतिक वादियों को देख कर लगता है जैसे स्वर्ग में भ्रमण कर हों।
ऊटी एक रोमांचित जगह होने के कारण नव विवाहित जोड़े हनीमून के लिए भी जाते हैं। हनीमून डेस्टिनेशन के लिए ऊटी एक सुंदर पर्यटन स्थलों में से एक है। ऊटी में नव दंपत्ति के घूमने लायक अनेकों पर्यटन स्थल है। ऊटी की शांत वादियों में आप अपने जीवन साथी के साथ खुशी के पल व्यतीत कर सकते हैं। ऊटी में मनोरंजन के लायक नाव की सवारी, ट्रेकिंग, टॉय ट्रेन की सवारी जैसे अनेकों मनोरंजन के साधन उपलब्ध हैं।
ऊटी में घूमने की जगह | Ooty Me Ghumne Ki Jagah
ऊटी की रोचक जानकारी ( Short Information About Ooty in Hindi)
- ऊटी पूरी दुनियां में नीलगिरी पहाड़ियों और चाय के बागानों के लिए प्रसिद्ध है। ऊटी के सुहावने वातावरण के कारण यह पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है।
- ऊटी की प्राकृतिक सुंदरता और रोमांस भरे डेस्टिनेशन के कारण नव विवाहित जोड़े हनीमून मनाने के लिए ऊटी जाते है।
- कर्नाटक और तमिलनाडु की सीमा से जुड़ा ऊटी पूरे विश्व में हिल स्टेशन के लिए जाना जाता है। ऊटी की अर्थव्यवस्था कृषि और पर्यटन पर आधारित है।
1. टी गार्डन ऊटी में घूमने लायक जगह (Tea Garden Ooty)
ऊटी में यात्रा की शुरुआत आप Tea Garden से कर सकते हैं। जहां पर चाय के बागान देखने को मिलता है। ऊटी में बने हरे हरे चाय के बागान सीढ़ी नुमा खेत देखकर मन रोमांचित हो जाता है। Tea Lovers को चाय के गार्डन देखने के लिए जरूर जाना चाहिए। गार्डेन में चाय की उत्पत्ति कैसे की जाती है करीब से देखने का मौका मिलेगा।
2. डोड्डाबेटा पीक प्वाइंट ऊटी का मुख्य पर्यटन स्थल (Doddabetta Peak, Ooty)
डोड्डाबेटा पीक प्वाइंट 8606 फुट की ऊंचाई पर बना एक फेमस हिल स्टेशन है। जिसका अर्थ होता है सबसे बड़ा पहाड़ यह पहाड़ नीलगिरी पहाड़ियों का सबसे शीर्ष बिंदु है जिसे डोड्डाबेटा पीक प्वाइंट कहते है। आप पीक प्वाइंट पर पहुंच कर ऊटी के चारो ओर का खुबसूरत नजारा देख सकते हैं। पर्यटकों द्वारा सबसे ज्यादा घूमने की जगहों में से एक है।
डोड्डाबेटा हिल स्टेशन में घूमने के लिए आपको 10 रुपए का टिकट लेना पड़ता है यदि आप कैमरा लेकर गए है तो आपको 25 रूपए का प्रवेश शुल्क देना पड़ता है। डोड्डाबेटा प्वाइंट में कोहरे से भरे प्राकृतिक वातावरण को दूरबीन की मदद से देख सकते हैं। दूरबीन से नीलगिरी पहाड़ियों का दृश्य बहुत ही सुंदर दिखता है। उड़ते बादल बिलकुल पास से देख सकते है।
3. ऊटी में घूमने की जगह टी फैक्टरी (Ooty Tea Factory)
ऊटी चाय के उत्पादन में भारत का सबसे अग्रणी क्षेत्र है। ऊटी के टी फैक्टरी में आप घूमने के लिए जा सकते हैं और फैक्टरी में चाय को बनते देख सकते हैं। यदि आप ऊटी की प्रसिद्ध चाय को खरीदना चाहते है तो टी फैक्टरी में विभिन्न प्रकार की चाय मिल जायेगी। ऊटी की नीलगिरी पहाड़ियों की शुद्ध चाय को खरीदकर घर ला सकते हैं।
4. ऊटी झील (Tourist Places Ooty Lake)
ऊटी में घूमने आए पर्यटकों में काफी लोकप्रिय झील मानी जाती है। इस खूबसूरत झील को 1825 में जॉन सुलिवन द्वारा निर्मित किया गया था। ऊटी झील में आप नाव की सवारी का आनंद ले सकते हैं। जिसमे आप पैडल बोटिंग या मोटर बोटिंग कर सकते हैं। 3 किमी लंबी झील में नाव की सवारी का आनंद लेते हुई नीलगिरी की पहाड़ियों के बीच गुजरते हुई प्रकृति के सुंदर परिदृश्य को देख पाएंगे।
मोटर बोटिंग और पैडल के लिए अलग अलग चार्ज रहता है। मोटर बोटिंग के लिए 600 रुपए और पैडल बोटिंग के लिए 250 रुपए तक का चार्ज लिया जाता है। इसके अलावा आप घुड़सवारी का लुफ्त उठा सकते हैं। प्रत्येक वर्ष गर्मियों के मौसम में इस झील में होने वाली नौका रेस देखने लायक है। झील में नाव की रेस का आयोजन राज्य सरकार के द्वारा करवाया जाता है।
5. ऊटी में घूमने लायक सैंट स्टीफन चर्च (St Stephen Church Ooty Popular Places)
सैंट स्टीफन चर्च ऊटी में मैसूर रोड पर स्थित है। स्टीफन चर्च ऊटी में स्थित सबसे पुराना चर्च है। विक्टोरियन युग का लोकप्रिय चर्च की रूपरेखा देखने के लायक है। चर्च के अंदर लगी पेंटिंग और कलाकृतियों घूमने आए पर्यटकों को बेहद आकर्षित करती हैं। ऊटी में काफी संख्या में पर्यटक स्टीफन चर्च को देखने के लिए जाते है।
6. ऊटी में घूमने लायक जगह मदुमलाई राष्ट्रीय उद्यान (Madu Malai Tiger Reserve)
मदुमलाई राष्ट्रीय उद्यान ऊटी में घूमने लायक सबसे अच्छी जगहों में से एक हैं। यह राष्ट्रीय वन्यजीव अभयारण्य ऊटी से 60 किमी की दूरी पर स्थित है। मदुमलाई नेशनल पार्क टाइगर की प्रजातियों को बचाने के लिए बनाया गया है।
नेशनल पार्क में आप बाघ, तेंदुआ, चीतल, सांभर, नीलगाय, हिरण और अन्य दुर्लभ जानवरो और वनस्पतियों को देख सकते हैं। इसके अतिरिक्त यह राष्ट्रीय उद्यान अनेकों प्रजाति के पक्षियों का निवास स्थल है। मदुमलाई राष्ट्रीय उद्यान बच्चों के घूमने के लिए बढ़िया जगह है जिसमे थिप्पकडू हाथी कैंप मुख्य पर्यटन स्थल है।
7. ऊटी के धार्मिक स्थल मुरुगन टेंपल (Elk Hill Murugan Temple)
भगवान मुरुगन को समर्पित ई एलके(Elk) की पहाड़ियों पर बना मुरुगन टेंपल ऊटी का प्राचीन धार्मिक स्थल है। Murugan Temple हिंदुओ का महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल माना जाता है। इस मंदिर में भगवान मुरुगन की 40 फीट ऊंची प्रतिमा विराजमान हैं। शहर के प्रदूषण भरे वातावरण से दूर यह जगह प्रकृति की गोद में बसी है। मुरुगन टेंपल में कावड़ी अट्टाम नृत्य देखने लायक है।
8.ऊटी का प्रसिद्ध थ्रेड गार्डन (Thread Garden Ooty)
ऊटी का सबसे ज्यादा आकर्षण का पर्यटन स्थल थ्रेड गार्डन है। जिनसे धागों से कृत्रिम फूलो को बनाया गया है। धागों से बना यह गार्डन भारत का अनोखा गार्डन है। इस कृत्रिम गार्डन में धागों से बने तरह तरह के फूलो को बनाया गया है।
फूलो को बनाने के लिए 6 करोड़ मीटर से अधिक धागे का इस्तेमाल किया गया है। इस तरह का अनोखा फूलो का गार्डन बनाने का श्रेय सर जोसेफ एंटनी को जाता है जिन्होंने 12 वर्षो तक 50 कुशल मजदूरों के साथ कठिन परिश्रम करके गार्डन की सुंदरता को तैयार किया। गार्डेन में लगे फूल देखने में बिलकुल वास्तविक लगते है।
9. ऊटी में घूमने की जगह पैकरा जल प्रपात (Pykara WaterFall ooty)
पायकारा वाटर फॉल ऊटी से 20 किमी की दूरी पर पायकारा गांव में स्थित एक प्राकृतिक झरना है। पायकारा गांव के नाम पर इस जलप्रपात का नाम पायकारा वाटर फॉल पड़ गया जिसे देखने के लिए दूर दूर से पर्यटक आते है। बारिश के मौसम में पैकरा वाटर फॉल की खूबसूरती देखने लायक है। अगर बारिश के मौसम में ऊटी घूमने के लिए गए हैं तो पायकारा जलप्रपात पर घूमने जाना न भूले।
10. रोज गार्डन ऊटी की खूबसूरत जगह (Rose Garden Ooty)
1995 में बना ऊटी का सबसे लोकप्रिय पर्यटक स्थलों में शुमार रोज गार्डन पर्यटकों द्वारा सबसे ज्यादा पसंद किए जाने वाले स्थलों में शामिल है। रोज गार्डन की सुंदरता पूरे भारत में प्रसिद्ध है। गार्डन को जयललिता गार्डन के नाम से जाना जाता था। रोज गार्डन में गुलाब की 20 हजार से ज्यादा प्रजातियों को देख सकते हैं।
रोज गार्डन को गुलाब के फूलो से बहुत ही अच्छी तरह सजाया गया है। जिसमे अलग अलग देशों से गुलाब के पौधो को खरीदकर लगाया गया है। रोज गार्डन में आपको सभी रंगों के गुलाब देखने को मिलते है। गुलाब गार्डन की देखभाल तमिलनाडु सरकार का बागवानी विभाग करता है।
ऊटी जाने का सही समय (Best Time To Visit ooty with Family)
ऊटी घूमने जाने के लिए सबसे अच्छा समय गर्मियों का होता है। गर्मियों के मौसम में ऊटी में घूमने आने वाले पर्यटकों की संख्या बढ़ जाती है। गर्मियों मे ऊटी का पीक सीजन होने के कारण ऊटी में रहने खाने घूमने का खर्चा महंगा हो जाता है। गर्मी के मौसम में ऊटी का मौसम सुहावना रहता है। घूमने आए पर्यटकों के लिए मौसम अनुकूल रहता है।
गर्मियों में ऊटी का तापमान बसंत ऋतु में होने वाले तापमान जितना रहता है। गर्मी के मौसम में जहां भारत के अधिकतर हिस्सों में गर्मी पड़ती हैं वही ऊटी का तापमान 20°C तक रहता है। गर्मियों में घूमने के लिए सुखद ऐहसास दिलाता है। जुलाई से सितंबर तक ऊटी में बारिश का मौसम रहता है जिसके कारण ऊटी में बारी बारिश होती है।
बारिश के मौसम में ऊटी में होटल और घूमने के लिए सस्ता रहता है। नवंबर से फरबरी तक ऊटी में हाड़ कंपाने वाली ठंड सर्दियां पड़ती है। इस कारण लोग ज्यादातर गर्मियों के मौसम में घूमने के लिए जाते है। इसके अलावा यदि आप सर्दियों में घूमने के लिए जाना चाहते है तो बेहतर होगा सर्दियों में पहनने के लिए अच्छे गर्म कपड़े पहन कर ऊटी घूमने के लिए जाएं।
ऊटी में हनीमून जाने का सबसे अच्छा मौसम (Best Season To Visit ooty For Honeymoon)
ऊटी में हनीमून जाने के लिए सबसे अच्छा मौसम मार्च से जून का रहता है। मार्च से जून के बीच ऊटी का तापमान घूमने आए नव विवाहित जोड़े के लिए अनुकूल रहता है। मार्च से जून तक ऊटी में रोमांचित भरा सुहावना मौसम रहता है।
ऊटी कैसे पहुंचे, पहुंचने का आसान तरीका (How To Reach Ooty)
ऊटी के पर्यटन स्थलों का भ्रमण करने के लिए ऊटी आप डायरेक्ट नही पहुंच सकते। ऊटी पहुंचने के लिए कोयंबटूर पहले पहुंचना होगा इसके बाद आगे की यात्रा कोयंबटूर से करना पड़ता है। ऊटी तमिलनाडु राज्य में स्थित है। ऊटी में स्थानीय भाषा तमिल बोली जाती है। यदि आप उत्तर भारत से घूमने के लिए गए हैं तो थोड़ा आपको भाषा को लेकर परेशानी हो सकती है।
ट्रेन के रास्ते ऊटी कैसे पहुंचे (How To Reach Ooty By Train)
ट्रेन से ऊटी पहुंचने के लिए आपको सबसे पहले कोयंबटूर रेलवे स्टेशन पहुंचना होगा। कोयंबटूर रेलवे स्टेशन भारतीय रेलवे के दक्षिण मंडल जोन में आता है। कोयंबटूर रेलवे स्टेशन में बड़ी लाइनों की ट्रेनों का आवागमन होता रहता है। कोयंबटूर रेलवे के लिए दिल्ली, बैंगलौर, पुणे, चेन्नई, लखनऊ, चंडीगढ़, जैसे शहरों से ट्रेन मिल जाती है।
कोयंबटूर रेलवे स्टेशन पहुंच कर आपको 40 किमी की दूरी पर स्थित मेट्टूपालयम रेलवे स्टेशन तक पहुंचना होगा। इसके बाद ऊटी के लिए उदागमंडलम रेलवे के लिए जाना होगा। मेट्टूपालयम रेलवे स्टेशन से ऊटी के उदागमंडलम रेलवे स्टेशन की दूरी 50 किमी की है।
मेट्टूपालयम रेलवे स्टेशन से उदागमंडलम रेलवे स्टेशन तक छोटी लाइन है जहां पर टॉय ट्रेन चलती है। ऊटी के सफर में आपको टॉय ट्रेन की सवारी करने का मौका मिलेगा। नीलगिरी पहाड़ियों, घुमावदार रास्तों और सुरंग से गुजरती टॉय ट्रेन से प्रकृति का खूबसूरत नजारा देख सकते हैं। ऊटी के पर्यटन स्थलों का दौरा मेट्टूपालयम रेलवे से ही शुरू हो जाता है।
सड़क मार्ग से ऊटी कैसे पहुंचे (How To Reach Ooty By Bus)
ऊटी सड़क मार्ग पहुंचने के लिए कोयंबटूर ही एक मात्र विकल्प है। कोयंबटूर से पड़ोसी राज्यों की बसे चलती रहती है। आप कोयंबटूर पहुंच कर ऊटी के लिए बस या टैक्सी पकड़ कर पहुंच सकते हैं। मैसूर सड़क के रास्ते ऊटी पहुंचा जा सकता है। मैसूर से ऊटी की दूरी 130 किमी है।
फ्लाइट्स से ऊटी कैसे पहुंचे (How To Reach Ooty By Flights)
आपको बता दे ऊटी फ्लाइट्स से पहुंचने के लिए ऊटी में कोई एअरपोर्ट स्थित नही है। यदि आप ऊटी हवाई जहाज से पहुंचना चाहते है तो ऊटी हवाई जहाज से पहुंचने के लिए दो रास्ते है। पहला ऊटी का सबसे नजदीक एयरपोर्ट कोयंबटूर है। जो भारत के अन्य शहरों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है।
भारत के ज्यादातर शहरो से कोयंबटूर के लिए विमान सेवाएं उपलब्ध रहती है। आप कोयंबटूर पहुंच कर बस या टैक्सी के माध्यम से ऊटी पहुंच सकते है। कोयंबटूर से ऊटी करीब 90 किमी की दूरी पर पड़ता है जो बस या टैक्सी आपको 4 घंटे में ऊटी तक पहुंचा देती है।
हवाई जहाज से पहुंचने का दूसरा रास्ता है बैंगलौर शहर का केंपे गौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, बंगलोर के इस प्रसिद्ध एयरपोर्ट में भारत के सभी मुख्य शहरों से विमान नियमित उड़ान भरते रहते हैं। आप अपने शहर से बैगलोर पहुंच कर बस द्वारा कोयंबटूर तक पहुंच सकते है। बैंगलोर से कोयंबटूर की दूरी 280 किमी की है। इसके बाद कोयंबटूर से आप ऊटी के लिए जा सकते हैं।
ऊटी में रुकने की जगह कौन सी है?(Hotal Stay in Ooty)
ऊटी में रुकने के लिए आपको कई सारे होटल मिल जाएंगे। ऊटी में रुकने के लिए आप दो जगह पर होटल में रूम लेना बेहतर रहेगा। आप चाहे तो ऊटी बस स्टैंड के आसपास रूम ले सकते हैं या फिर ऊटी की सबसे खूबसूरत लोकप्रिय ऊटी झील के आसपास रूम ले सकते हैं। ऊटी में रुकने के लिए रूम के किराया की शुरुआत 700 रुपए से शुरू होती है।
ऊटी का स्थानीय भोजन क्या है?| Famous Food in ooty
ऊटी में खाने के लिए सभी प्रकार के लोगो के लिए भोजन मिल जायेगा। ऊटी में उत्तर भारत और दक्षिण भारत के भोजन का स्वाद ले सकते। ऊटी में आप शुद्ध नीलगिरी पहाड़ियों की चाय का स्वाद ले सकते हैं। ऊटी के स्थानीय दुकानों में तरह तरह की हाथ से बनी चॉकलेट, केक खाने के लिए मिल जाएंगे। ऊटी में खाने के लिए चाइनीज फूड के स्टॉल लाइन से लगे हुई है।
ऊटी में कैसे घूमे (How To Travel Around Ooty)
ऊटी के पर्यटन स्थलों का दीदार करने के लिए आपको 2 दिन घूमने का प्लान बनाना होगा। 2 दिन में आप ऊटी के अधिकांश पर्यटन स्थलों का दौरा आसानी से कर पाएंगे। ऊटी के स्थानीय पर्यटन स्थलों का भ्रमण करने के लिए ऊटी में एक ट्रैवलर बस चलती है जो आपको 300 से 400 रुपए में ऊटी की सभी स्थानीय जगहों का भ्रमण करवा देती है।
लेकिन ट्रैवलर से घूमने पर एक समस्या रहती है की वह आपको जल्दी जल्दी घूमने के लिए कहेंगे और अगले पर्यटन स्थलों में घूमने के लिए चल देंगे जिससे आप मन मार कर जगह को सही से एक्सप्लोर नहीं कर पाएंगे।
अगर ऊटी में आपको अच्छे से समय देखकर जगहों को घूमना है तो आप टैक्सी बुक कर लिजिए टैक्सी वाला आपको अच्छे से ऊटी के पर्यटन स्थलों को घुमा देगा आगर आप 4 या 5 लोग है तो टैक्सी बुक करना बढ़िया रहेगा। टैक्सी आपको 2500 रुपए से 3000 रुपए के बीच में बुक हो जायेगी। ऊटी की स्थानीय पर्यटन स्थलों को घूमने के लिए किराए मे दो पहिया वाहन नहीं मिलता।
ऊटी जाने का कितना खर्चा लगता है? (Ooty Budget Trip)
ऊटी घूमने के लिए 2 दिन का समय पर्याप्त रहता है। ऊटी की दो दिन की यात्रा में पहले दिन आप ऊटी की अधिकांश क्षेत्रीय जगहों का भ्रमण कर सकते हैं। इसके बाद ऊटी से कुन्नूर घूमने के लिए जा सकते हैं। दूसरे दिन की यात्रा में आप पायकरा (PyKara) के पर्यटन स्थलों का भ्रमण कर सकते हैं।
इस दो दिन की यात्रा में आपको, रहने, घूमने और खाने से लेकर ट्रेन की टिकट का चार्ज जोड़ लिया जाए तो एक व्यक्ति का 12000 से 15000 रुपए में ऊटी की Trip पूरी हो जाएगी। इसके अलावा बहुत सी टूरिस्ट कंपनिया ऊटी घूमने के लिए सस्ते पैकेज देती है। जिसे पता करके किफायती दामों में यात्रा बुक करके सुहावने दृश्यों का आनंद प्राप्त कर सकते हैं।
लोगों ने पूछा (People Also Asked)
1. बैंगलोर से ऊटी की दूरी?
बैंगलोर से ऊटी की दूरी लगभग 280 किमी है। जिसे ट्रेन से आप सफर कर 6 घंटे में पहुंच सकते हैं।
2. ऊटी कहा है?
ऊटी भारत के तमिलनाडु राज्य में नीलगिरी पहाड़ियों की गोद में बसा सुंदर पर्यटन स्थल है। ऊटी अपने चाय के बागान, चाय के उत्पादन, सुंदर हिल स्टेशन और सुहावने वातावरण के लिए बहुत प्रसिद्ध है।
3. ऊटी जाने के लिए ट्रेन?
ऊटी जाने के लिए सीधा रास्ता नहीं है। ऊटी ट्रेन से पहुंचने के लिए पहले आपको कोयंबटूर रेलवे स्टेशन पहुंचकर कोयंबटूर से 40 किमी दूर स्थित मेट्टूपालयम रेलवे स्टेशन से टॉय ट्रेन से ऊटी के उदागमंडलम रेलवे स्टेशन के लिए जाते हैं।
4. दिल्ली से ऊटी कितने किलोमीटर है?
दिल्ली से ऊटी की दूरी करीब 2400 किमी है जिसे ट्रेन से तय करने में 1 दिन 20 घंटे का समय लग जाता है। लेकिन यदि आप दिल्ली से ऊटी की यात्रा कर रहे हैं तो आपको कोयंबटूर रेलवे स्टेशन उतर कर आगे सफर कर मेट्टूपालयम रेलवे स्टेशन से ऊटी के उदागमंडलम रेलवे स्टेशन के लिए जाना होगा।
5. ऊटी घूमने कब जाना चाहिए?
ऊटी घूमने के लिए कभी भी जा सकते हैं लेकिन ऊटी में घूमने लायक मौसम मार्च से जून और अक्टूबर से नवंबर तक का समय सबसे अच्छा रहता है।
6. फैमिली के साथ ऊटी घूमने का सबसे अच्छा समय कौन सा है?
फैमिली के साथ ऊटी घूमने के लिए आप जुलाई से सितंबर के महीनों को छोड़कर कभी भी घूमने के लिए जा सकते हैं। ऊटी में जुलाई से सितंबर तक बारिश का मौसम रहता है। इस मौसम में ऊटी में काफी ज्यादा बारिश होती है। इसलिए ऊटी घूमने के लिए बारिश के मौसम में बचना चाहिए।