हम्पी में घूमने की जगह | 20 ऐतिहासिक स्थल, सहित पूरी जानकारी

कर्नाटक के बेल्लारी जिले की तुंगभद्रा नदी के किनारे बसा हम्पी शहर राजा कृष्णदेव राय के शासन काल में विजयनगर साम्राज्य की राजधानी हुआ करता था। हम्पी के मंदिर पूरे विश्व में अपनी कलाकृति और वास्तुशैली के लिए प्रसिद्ध है। हम्पी में पहुंचकर यह ऐहसास होता है की उस समय का शासन काल कितना भव्य रहा होगा। हम्पी में भारतीय ही नही बल्कि विदेशी टूरिस्ट भी बड़ी संख्या में घूमने के लिए आते हैं। हम्पी में प्राचीन मंदिरो और ऐतिहासिक इमारतों को नजदीक से देखने का और उनकी प्राचीनता को ऐहसास करने का मौका मिलेगा यह प्राचीन मंदिर हम्पी शहर की विजय गाथा को दर्शाते हुए विराजमान है तो चलिए हम्पी में घूमने की जगह (Hampi Me Ghumne Ki Jagah) से अवगत कराते हैं।

Hampi Me Ghumne Ki Jagah

हम्पी के समृद्ध शहर का इतिहास 7वी शताब्दी पुराना बताया जाता है। हम्पी के मंदिर 7वी शताब्दी का प्राचीन वैभव बयान करते है। हम्पी की भव्यता के कारण 1986 में यूनेस्को ने विश्व धरोहर स्थल के रूप में चयनित किया था हम्पी में स्थित पत्थर का रथ (Stone Chariot) घूमने गए पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। हम्पी पहुंचकर आप इन सभी जगहों को एक्सप्लोर कर सकते है। यकीनन हम्पी के ऐतिहासिक जगह को देखकर जीवन पर्यन्त हम्पी की यात्रा याद रहेगी।


हम्पी में घूमने की जगह | Hampi Me Ghumne Ki Jagah


हम्पी शहर का परिचय (Brief Introduction Of Hampi In Hindi)

हम्पी प्राचीन काल में दुनियां के सबसे समृद्ध स्थलों में एक था। यह विजयनगर साम्राज्य की राजधानी हुआ करता था। मिले सबूतों के आधार पर हम्पी में प्रभु राम माता सीता जी खोज में लंका जाने से पहले हम्पी में पहुंचे थे।

हम्पी को यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल के रूप में शामिल किया गया है। हम्पी में पत्थरो से बने विशाल मंदिर स्थापित है।

त्रेता युग में हम्पी को किष्किंधा नगरी के नाम से जाना जाता था। हम्पी में सबसे ज्यादा प्राचीन मंदिर होने के कारण इसे मंदिरो का नगर कहा जाता है। हम्पी में वक्त के साथ कई शासकों ने इतिहास के पन्नो में अपनी जगह बनाई है।

हम्पी में मुगल अधिपत्य 1565 शासन काल में सबसे ज्यादा मंदिरो को नुकसान पहुंचाया गया। जिसके कारण आज अधिकतर मंदिर खंडहर में तब्दील हो चुके हैं। इसके बावजूद अभी भी हम्पी के वैभव को महसूस कर सकते हैं।

हम्पी पहुंचते ही आपको ऐसा प्रतीत होगा जैसे बाहुबली फिल्म में दिखाएं गए काल्पनिक दृश्य महिष्मति साम्राज्य को देख रहे हो।


1. हम्पी में घूमने की जगह विरुपाक्ष मंदिर (Hampi Virupaksha Temple)

भगवान शिव जी को समर्पित हम्पी का विरुपाक्ष मंदिर सबसे प्राचीन और मुख्य मंदिर के रूप में विख्यात है। 7वी शताब्दी में मंदिर का निर्माण महारानी लोकमाह देवी ने करवाया था। महारानी लोकमाह सम्राट विक्रमादित्य द्वितीय की पत्नी थी। 50 मीटर ऊंचा गोपुरम दूर से दिख जाता है।

Hampi Me Ghumne Ki Jagah

मंदिर अपनी खूबसूरत बनावट और अदभुत वास्तुकला के कारण लोगो के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है। विरुपाक्ष मंदिर तुंगभद्रा नदी के किनारे स्थित लोगों में आस्था का प्रतीक भी है।

विरुपाक्ष मंदिर की भव्यता और अद्वतीय वास्तुशैली को देखते हुए यूनेस्को ने इसे विश्व धरोहर स्थल के रूप में चयनित किया हुआ है। मंदिर में भगवान शिव की मूर्ति के साथ ही अनेक देवी देवताओं की मूर्ति बनी हुई है।


2. ससिवेकलु गणेश मंदिर (Sasi Vekalu Ganesha Temple)

हेमकुटा पहाड़ी की ढलान पर स्थित ससिवेकलु गणेश मंदिर में भगवान लंबोदर यानी गणेश जी की विशाल 8 फुट पत्थर की मूर्ति स्थापित है। यह मूर्ति एक ही पत्थर को तारांश कर बनाई गई है। कन्नड़ भाषा में ससिवेकलु का अर्थ होता है सरसो का दाना, भगवान गणेश जी का पेट सरसों के दाने जैसे दिखता है।

इसी कारण इस मंदिर को ससिवेकलु गणेश मंदिर कहा जाता है। गणेश जी के पेट के चारों ओर सांपो की आकृतियां बनी हुई है। पत्थर की मूर्ति में गणेश भगवान लंबोदर के रूप में विराजमान है। मंदिर का निर्माण करीब 1506 ई में राजा नरसिम्हा देव द्वितीय की याद में करवाया गया था।


3. कडलेकलू गणेश मंदिर (Kadalekalu Ganesha)

इसके बाद आप पैदल चलते हुए आगे बढ़ेंगे तो आगे कडलेकलू गणेश मंदिर भगवान गणेश को समर्पित एक ऐतिहासिक मंदिर है। मंदिर के गर्भ गृह में भगवान गणेश की मूर्ति विराजमान है। यह मूर्ति हम्पी बस स्टैंड से काफी पास पर है। मंदिर में भगवान गणेश की मूर्ति विशाल पेट के कारण पर्यटकों में अत्यधिक लोकप्रिय है। हम्पी में पहुंचकर इस मंदिर का भ्रमण कर सकते हैं।


4. श्री कृष्णा मंदिर (Shri Krishna Mandir Hampi me Ghumne Ki jagah)

हम्पी के पर्यटन स्थलों में एक श्री कृष्ण मंदिर पर्यटकों द्वारा सबसे ज्यादा देखे जाने वाले मंदिरों में से एक हैं। यह मंदिर मुख्य गली के किनारे स्थित है। इस मंदिर को 1513 ई में राजा कृष्णदेव राय के शासन काल में बनवाया गया था।

मंदिर का निर्माण उड़ीसा के शासक पर विजय प्राप्त कर लेने की खुशी में बनवाया गया था। मंदिर की दीवारों पर अदभूत कारीगरी देखने को मिलती है। वर्तमान में भगवान कृष्ण की मूर्ति स्थापित नही है। बागवान की मूर्ति को चेन्नई के एक संग्रहालय में सुरक्षित रखा गया है।


5. लक्ष्मी नरसिम्हा मंदिर (Lakshmi Narasimha Swamy Temple, Hampi)

हम्पी में लक्ष्मी नरसिम्हा मंदिर भी काफी महत्वपूर्ण स्थल है। इस मंदिर में भगवान नरसिम्हा की विशालकाय मूर्ति विराजमान है। जिसमे भगवान नरसिम्हा उग्र मुद्रा में शेषनाग के ऊपर सुशोभित है। उग्र रूप में बैठे नरसिम्हा को आधा आदमी और आधा शेर के रूप में देखा जा सकता है।

Hampi Me Ghumne Ki Jagah

मूल प्रतिमा में माता लक्ष्मी की मूर्ति भी विराजमान थी। लेकिन हम्पी शहर के पतन के बाद मंदिरो को बहुत नुकसान पहुंचाया जिस कारण यह मूर्ति भी टूट गई थी। जिसमे सात नाग नरसिम्हा भगवान के पीछे फन फैलाए खड़े हुए है।


6. वडावलिंगा मंदिर (Wadavalinga Temple Hampi Dharmik Sthal)

लक्ष्मी नरसिम्हा मंदिर के समीप ही वडावलिंगा मंदिर बना हुआ है जिसमे भगवान शिवलिंग स्थापित है। हम्पी में यह शिवलिंग सबसे बड़ा है। इस शिवलिंग को एक कक्ष में रखा गया है। जहां पर हमेशा पानी भरा रहता है। मंदिर में शिवलिंग के दर्शन करने के लिए आपको अंदर की ओर झुक कर शिवलिंग के दर्शन करने होंगे।


7. हाथी अस्तबल (Elephant Stable Hampi)

Hampi Me Ghumne Ki Jagah

हाथी अस्तबल शाही हाथियों के रहने का निवास स्थल था। विजयनगर साम्राज्य के शासन काल में शाही हाथियों को रखा जाता था। जहां हाथियों के रहने खाने की उत्तम व्यवस्था की जाती थी। हाथी अस्तबल में बने 11 गुंबददार कक्ष किसी फिल्म शूटिंग की जगह के सामान दिखते हैं। अगर आपको फोटोग्राफी का शौक है तो यह स्थान फ़ोटो ग्राफी के लिए उत्तम जगह है।


8. हम्पी बाज़ार (Hampi Market)

हम्पी बाज़ार विरुपाक्ष मंदिर के ठीक सामने परिसर में काफी फेमस बाज़ार है। मंदिरो को देखने के साथ आप बाज़ार में खरीददारी भी कर सकते हैं। बाजार में आपको पुराने जमाने के सिक्के, हाथ से बनी हुई सजावट की वस्तुएं, शॉल, माला, लकड़ी की बनी मूर्तियां, जैसे समान की खरीदारी कर सकते हैं।


9. अंडरग्राउंड शिव मंदिर (Shiv Temple)

बागवान भोले को समर्पित यह मंदिर ज़मीन को खोदकर कई फुट गहराई में बनाया बना हुआ है। मंदिर का भाग ज्यादातर पानी से भरा रहता है। मंदिर के मंडप में नंदी की मूर्ति विराजमान है। जहां हमेशा पानी भरा रहता है। बारिश के मौसम में बरसात का पानी निकासी न होने के कारण मंदिर के अंदर भर जाता है।

मंदिर में अंदर जाने के लिए सीढ़ियों से नीचे उतर कर जाना होता है। भूमिगत मंदिर को प्रसन्न विरुपाक्ष मंदिर के रूप में भी जाना जाता है। हम्पी की जगहों का भ्रमण करते करते आप पैदल मंदिर को देखने के लिए जा सकते है। मंदिर की बनावट और वास्तुकला अपका दिल जीत लेगी।


10. रानी का स्नानागार (Queen Bath Hampi)

रानी का स्नानागार शाही राजघराने की महिलाओ के नहाने के लिए बनाया गया था। शाही महिलाओं और महारानी के स्नान करने के लिए पानी की उत्तम व्यवस्था थी। स्नानागार में बाहर से पानी आने और पानी के निकासी के लिए छोटी छोटी नालियां बनाई गई थी।

आज आधुनिकता के बढ़ते कदम और देखरेख न हो पाने के कारण यह स्नानागार सुख चुका है। लेकिन आज भी आप इसकी अनोखी बनावट को देख सकते है। यह इस तरह बनया गया था की कोई भी व्यक्ति या अनजान आदमी शाही महिलाओं को नहाते हुए नही देख पाए।


11. संगीत मय खंभे (Musical Pillar Temple)

विठ्ठल मंदिर परिसर में स्थित महामंडप में मौजूद संगीत मय खंभे जिनका रहस्य आज तक बरकरार है। मंदिर में बने खंभों का आधार खूबसूरत कलाकृतियों से अलंकृत है। खंभों में थपथपाने से निकलने वाला खूबसूरत संगीत घूमने आए पर्यटकों को आश्चर्य चकित कर देता है।

Hampi Me Ghumne Ki Jagah

खंभों को बजाने से संगीत के सात सरगम की ध्वनि को सुना जा सकता है। इन रहस्य मय खंभों को देखकर उस समय की अदभुत इंजीनियरिंग का उदाहरण देखने को मिलता है। आज की आधुनिक विज्ञान इन रहस्य मय खंभों के आगे नतमस्तक है।


12. विजया विठ्ठल मंदिर (Vitthal Swamy Temple)

हम्पी का विठ्ठल मंदिर उत्कृष्ट कला और स्थापत्य का बेजोड़ मिशाल पेस करता है। 16वी शताब्दी काल के समय पत्थरो को तरांश कर बनाए गए हम्पी रथ के पीछे इतिहासकारों का मत है कि कोणार्क के पहियों पर टिके मंदिर को देख कर राजा कृष्णदेव राय इतना प्रभावित हुए की उन्होंने कोणार्क के सूर्य मंदिर जैसा ही रथ हम्पी में बनावा दिया।

Hampi Me Ghumne Ki Jagah

गरुण की छवि में विराजमान यह रथ भगवान विष्णु का वाहन माना जाता है। यह वही रथ है जो भारतीय 50 रुपए के नोट में आप लोगो को देखने को मिलता है। हम्पी में विजय विठ्ठल मंदिर हम्पी में सबसे ज्यादा देखा जाने वाला पर्यटन स्थल है। हम्पी के प्रसिद्ध मॉन्यूमेंट्स की बात की जाए तो पहला श्री विरुपाक्ष मंदिर और दूसरा विट्ठल मंदिर सबसे ज्यादा दुनियां में प्रसिद्ध है।


13. कमल महल (Kamal Mahal Hampi)

Hampi Me Ghumne Ki Jagah

हम्पी की खूबसूरत ऐतिहासिक महलों से एक कमल महल जिसकी सुंदरता और अदभुत वास्तुकला की देखकर घूमने आए पर्यटक कायल हो जाते है। कमल महल को चित्रांगिनी महल के नाम से भी जाना जाता है। कमल के आकार में बना यह दो मंजिला सुंदर महल गर्मियों से बचने के लिए बनाया गया था। महल की दीवारों और छतों पर सुन्दर चित्रकारी की गई है। कमल महल का निर्माण इंडो इस्लामिक वास्तुशैली के संयोजन से किया गया था। कमल महल की कारीगरी और बनावट पर्यटकों को अत्यधिक पसंद आती है।


14. मातंगा हिल हम्पी में घूमने की जगह (Matanga Hill)

हम्पी के मंदिरों का भ्रमण करने के बाद शाम के वक्त मातंगा हिल में घूमने के लिए जा सकते है। मातंगा हिल की चोटी पर बैठ कर आराम कर सकते हैं। हिल से सूर्यास्त और सूर्योदय का मनोरम दृश्य देख सकते है। मातंगा हिल के समान ही हेमकुटा हिल में भी जाकर आप प्रकृति के नजारे को अपनी आंखों में कैद कर सकते हैं।

शाम को बहती शीतल हवा आपके शरीर के रोम रोम को पुलकित कर देती है। मातंगा हिल हम्पी के सबसे बड़े शीर्ष बिंदु में शामिल है। शाम के वक्त पहाड़ी की चोटी में ट्रेकिंग का मजा लेते हुए ऊंचाई तक पहुंच सकते हैं।


15. हजारराम मंदिर (Hazara Ram Mandir)

Hampi Me Ghumne Ki Jagah

हजारराम मंदिर हम्पी के मुख्य आकर्षण स्थलों में से एक है। यह मंदिर रामायण काल के गौरव शाली इतिहास को दर्शाता है। मंदिर की बाहरी और भीतरी दीवारों पर भगवान के जीवन से संबंधित कहानियों को मंदिर की दीवारों पर मूर्तियों के रूप में उकेरा गया है। भगवान विष्णु भगवान को समर्पित यह मंदिर घूमने गए लोगो मंदिर में सुंदर कलाकृति को देखकर  आश्चर्य चकित हो जाते है।


16. किंग्स सीक्रेट चैंबर (Kings Secret Chamber)

किंग सीक्रेट चैंबर को देखकर लगता है। हम्पी के शासक दुश्मनों से लड़ने के लिए बहुत तरह की स्ट्रैटजी अपनाते थे। किंग सीक्रेट चैंबर राजा का गुप्त बैठक कक्ष हुआ करता था। इस चैंबर के जरिए राजा अपने मंत्रियों से मिलता था।

किंग सीक्रेट चैंबर में एक गुप्त रास्ता है जो आक्रमण और अपातकाल के दौरान दुश्मनों से राजा को बचाने के लिए उपयोग किया जाता था। चैंबर को जमीन के अंदर बनाया गया है। आप एक तरफ से घुसते हुए दूसरे तरफ से निकल पाते है।


17. पुष्करणी (Pushkarani Hampi)

हम्पी में स्थित एक बहुत बड़ी पानी की बावड़ी मौजूद है। सीढ़ी नुमा विशाल कुंड जिसे पुष्करणी के नाम से भी जाना जाता है। आज भी हम्पी पर्यटन साइट में यह बावड़ी मौजूद है। विजयनगर साम्राज्य के शासन काल में इस बावड़ी का निर्माण करवाया गया था।

Hampi Me Ghumne Ki Jagah

वर्तमान समय में यह बावड़ी सुख गई है। प्राचीन काल में इन बावड़ी का उपयोग पानी पीने और स्नान करने के लिए किया जाता था। यह बावड़ी हजारराम मंदिर के समीप स्थित है। पुष्करणी को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग आते है।


18. कोराकल राइड (Coracle Ride Hampi)

Hampi Me Ghumne Ki Jagah

यदि आप हम्पी की यात्रा में गए है तो आपको हम्पी में कोरल राइड का आनंद जरूर लेना चाहिए। हम्पी में कोरेकल राइड जिसे मूंगा की सवारी कहते है हम्पी में सबसे ज्यादा प्रसिद्ध है। तुंगभद्रा नदी में आप 600 रुपए देखकर नौका विहार का लुफ्त उठा सकते हैं। मूंगा की सवारी करने से अपनी सुखद सवारी की अनुभूति होगी।


19. अंजनाद्री हिल (Anjanadri Hill Hampi)

अंजनाद्री हिल हम्पी के विरुपाक्ष मंदिर से 5 किमी की दूर अनेगुड़ी गांव में एक पहाड़ी पर स्थित है। माना जाता है यह स्थान हनुमान जी का जन्म स्थल है। भगवान हनुमान जी जन्म स्थली पर जाने के लिए 576 सीढ़ियों को पैदल चढ़कर जाना होता है।

मंदिर में हनुमान जी बाल रूप में विराजमान है। मुख्य मंदिर के पास माता अंजना देवी और भगवान राम का मंदिर स्थित है। अंजनाद्री हिल की चोटी से आप हम्पी शहर को देख सकते हैं। पहाड़ी से उगते सूरज और सूर्यास्त का नजार देखने लायक होता है। मंदिर में दर्शन करने के लिए भक्तो की लाइन लगी रहती है।


20. हम्पी जल प्रपात (Hampi Waterfall)

हम्पी में घूमने के लिए एक बहुत ही छोटा वाटर फॉल है। जिसके बारे में बहुत लोग अनजान है। हम्पी के जलप्रपात तक पहुंचने के लिए एक छोटे रास्ते से होकर गुजरना पड़ता है जो थोड़ा एडवेंचर भरा रहता है। हम्पी वाटर फॉल केले के पेड़ो से गुजरते हुए रास्ता जाता है। हम्पी वाटर फॉल में गर्मी के मौसम में गिरते पानी में नहाने का आनंद लें सकते हैं।


हम्पी के अन्य प्रसिद्ध ऐतिहासिक स्थल

  1. दरोजी भालू अभ्यारण 
  2. पुरातत्व संग्रहालय हम्पी 
  3. हम्पी द्वीप 
  4. अंडरग्राउंड शिव मंदिर 
  5. चंद्रमौलेश्वर मंदिर
  6. वाली गुफा 
  7. रंगनाथ मंदिर 
  8. चिंतामणि मंदिर 
  9. दुर्गा मंदिर

 

हम्पी घूमने लायक सबसे अच्छा मौसम (Best Time To Visit Hampi)

हम्पी में घूमने की यदि तैयारी कर रहे हैं तो आपको बता दे हम्पी में घूमने के लिए आपको अक्टूबर से फरवरी महीने के बीच घूमने जाने की योजना बनानी चाहिए। अक्टूबर से फरवरी महीने के बीच हम्पी का मौसम पर्यटकों के घूमने के लिए अनुकूल रहता है। गर्मी और सर्दी नॉर्मल पड़ती हैं। जबकि मार्च से जून तक हम्पी में सबसे ज्यादा गर्मी पड़ती है।

ऐसे में घूमने जाने पर आपको गर्मी की समस्या का सामान करना पड़ेगा। जुलाई से सितंबर के महीनों में हम्पी में बरसात का मौसम रहता है। इस दौरान हम्पी में काफी मात्रा में बारिश होती है। हम्पी में अधिकतर पर्यटन स्थल पत्थरो के बने होने के कारण बारिश के दौरान फिसलन बढ़ जाती है। इसी कारण बरसात में बहुत से पर्यटन स्थलों पर घूमने जाने पर रोक लगा दी जाती है।


हम्पी कैसे पहुंचे (How To Reach Hampi)

दोस्तो यदि आपको हम्पी में घूमने की जगह पता चल गई है और अपने हम्पी में घूमने जाने की योजना बना ली है। तो आगे आपको जानकारी देंगे की हम्पी कैसे पहुंचे?


हम्पी बस से कैसे जाएं (How To Reach Hampi By Bus)

हम्पी में घूमने जाने के लिए आप बस से भी जा सकते हैं। हम्पी राष्ट्रिय मार्ग 44 पर स्थित है। गोवा, पुणे, बैंगलौर, जैसे शहरों से इंटर स्टेट की बसे नियमित रूप से चलती रहती है। यदि आप बादामी से हम्पी जाना चाहते हैं तो बादामी बस स्टैंड से आइकल जाना होगा और वहां से आप बस से होसपेट के लिए जा सकते है। 

होसपेट पहुंचने के बाद कैब ऑटो, या बस से हम्पी पहुंच सकते हैं। होसपेट से आप चाहे तो सार्वजनिक वाहन में बैठकर पहुंच सकते हैं या फिर ऑटो बुक करके हम्पी पहुंच सकते हैं। यदि आप ऑटो बुक करते है तो 300 से 400 रुपए में आपको पहुंचा देता है। और शेयरिंग पर जाते है तो 25 से 30 रुपए लगता है।


ट्रेन से हम्पी पहुंचने का माध्यम (How To Reach Hampi By Train)

हम्पी ट्रेन से पहुंचने के लिए कोई भी रेलवे स्टेशन उपलब्ध नही है। हम्पी का सबसे नजदीक रेलवे स्टेशन होसपेट रेलवे जंक्शन है। हम्पी के पर्यटन स्थल होसपेट से 13 से 14 किमी की दूरी पर स्थित है।

होसपेट से हम्पी तक आप बस 20 से 30 मिनट में पहुंच सकते हैं। इसके अलावा आपके शहर से यदि डायरेक्ट हम्पी के लिए ट्रेन नही मिली तो आप बैंगलोर पहुंचकर हम्पी जा सकते है। बैंगलोर से हम्पी की दूरी 365 किमी की है। 6 घंटे की यात्रा करके पहुंच जायेंगे।


फ्लाइट्स से हम्पी कैसे पहुंचे (How To Reach Hampi By Flights)

हम्पी एक छोटा सा कस्बा होने के कारण हम्पी में सीधा हवाई जहाज से पहुंचने का साधन उपलब्ध नही है। हवाई जहाज से हम्पी पहुंचने के लिए सबसे कम दूरी पर जिंदल विजयनगर एयरपोर्ट है जो हम्पी से 35 किलोमीटर पर स्थित है। या फिर आप अपने शहर से हुबली एयरपोर्ट के लिए उड़ान भर सकते है।

हुबली में उतर कर आप बस या कैब से हम्पी के लिए जा सकते है। वैसे आपको बता दें हम्पी हवाई जहाज से पहुंचने के लिए नजदीक हवाई अड्डे के लिए बहुत कम फ्लाइट्स का आवागमन होता है। इसलिए बेहतर है आप ट्रेन या बस से आसानी से हम्पी पहुंच सकते हैं। ट्रेन और बस द्वारा हम्पी पहुंचने का रस्ता बहुत ही सरल और सुगम है।


हम्पी में रुकने की जगह (Hotel To Stay in Hampi)

हम्पी में जैसे ही सबसे पहले प्रवेश करते है। आप सबसे पहले हम्पी के बस स्टैंड पर ही जाकर पहुंचते है। अगर आप चाहो तो बस स्टैंड के पास ही ठहरने के लिए रूम ले सकते हैं। इसके अलावा हम्पी के प्रसिद्ध मंदिर विरुपाक्ष मंदिर के पास बहुत होम स्टे उपलब्ध है।

आप यहां पर रूम ले सकते हैं। हम्पी में ठहरने के लिए रूम का किराया 700 से लेकर 1500 रुपए तक रहता है। होटल का किराया होटल की लोकेशन और होटल में उपलब्ध खाने की सुविधा पर निर्भर करता है।


हम्पी शहर में कैसे घूमे (How To Travel Around Hampi)

हम्पी में घूमने के लिए गए हैं तो आपको हम्पी में दो दिन का स्टे करना चाहिए 2 दिन में हम्पी के सभी पर्यटन स्थलों आराम से देख सकते हैं।हम्पी के स्थानीय पर्यटन का भ्रमण करने के लिए आप ऑटो, कार, टैक्सी या साइकिल से घूम सकते है। हम्पी के पर्यटन स्थल ज्यादा दूर दूर नही है। हम्पी के अधिकतर पर्यटन स्थल महज 10 किमी के दायरे में ही स्थित हैं।

ऐसे में यदि आपके साथ 2 से तीन लोग है तो आप कैब या ऑटो रिक्शा बुक कर सकते है। जिसमे 300 से 400 के बीच में ऑटो रिक्शा चालक आपको हम्पी के सभी पर्यटन स्थलों का भ्रमण करवा देगा। लेकिन यदि आप अकेले है तो आप साइकिल किराए पर ले सकते हैं। आप साइकिल से हम्पी के सभी पर्यटन स्थलों का आराम से भ्रमण कर सकेंगे। हम्पी में बाइक या स्कूटी किराए पर नही मिलती है।


हम्पी का स्थानीय प्रसिद्ध भोजन क्या है? (Famous Food in Hampi)

हम्पी में खाने के लिए दक्षिण भारत के व्यंजनों का स्वाद ले सकेंगे। हम्पी में सुबह के नाश्ते में इडली, डोसा, मसाला डोसा, भज्जी, पकोड़ा, वाड़ा जैसे स्थानीय भोजन खाने के लिए मिल जाता है। इसके अलावा दोपहर के खाने में दाल, चावल, चपाती, दही, अचार, सांबर, पापड़, जैसे खाने के लिए थाली 150 से 180 रुपए पर मिल जाती है।


लोगों द्वारा पूछे गए सवाल

1. हम्पी क्यों प्रसिद्ध है?

हम्पी शहर अपने प्राचीन काल के मंदिर और वैभवशाली इतिहास के कारण पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। हम्पी प्राचीन काल में विजयनगर साम्राज्य की राजधानी हुआ करता था।

2. हम्पी को देखने के लिए कितने दिन चाहिए? 

हम्पी के ऐतिहासिक इमारतों और मंदिरो को देखने के लिए दो दिन का समय पर्याप्त है। पहले दिन में आप विरुपाक्ष मंदिर के आसपास के स्थलों को देख सकते है। इसके बाद हम्पी के अन्य पर्यटन स्थलों को देख सकते है।

Next Post Previous Post
No Comment
Add Comment
comment url